DARBHANGA: बिहार की राजनीति में लगातार उठापटक जारी है। इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी टूट की कगार पर आ गई है। लोजपा के पांच सांसदों ने चिराग पासवान को अकेला छोड़ दिया है। इन सांसदों में कोई और नहीं बल्कि रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान के छोटे भाई प्रिंस राज है। इसी बीच गौरा बौराम विधानसभा से लोजपा प्रत्याशी रहे राजीव ठाकुर का बयान सामने आया है।
राजीव ठाकुर ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी की स्थापना माननीय रामविलास पासवान ने की थी। वह सामाजिक लड़ाई के पुरोधा थे। उन्होंने स्वयं ही लोजपा की बागडोर चिराग पासवान को सौंपी थी। लोजपा के असली नेता चिराग पासवान ही है। कुछ लोग मौसमी नेता बनने की कोशिश कर रहे हैं। वैसे नेता समझ लें कि लोजपा का एक-एक समर्थक और वोटर चिराग पासवान को ही अपना नेता मानता है। साथ ही पासवान समाज भी अपना नेता चिराग पासवान को ही मानता है। राजीव ठाकुर ने बागी सुर अपना चुके पशुपति कुमार पारस पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग अपने परिवार को भी नहीं बख्शते हैं। जिस भतीजे को चाचा के प्यार की जरूरत थी, उसी भतीजे को साइडलाइन कर के अपने आप को पार्टी का सर्वे सर्वा बना बैठा।
राजीव ठाकुर ने आगे कहा कि जिस भाई ने राजनीति में पहचान दिलाई आज उसी भाई के बेटे के पीठ में छुरा भोंक कर साईड कर दिया। ऐसा सिर्फ कलयुग चाचा ही कर सकता है। उन्होनें जदयू पर भी हमला बोलते हुए कहा कि यह सब कुछ कुर्सी कुमार के इशारे पर किया गया है। वह समझ लें कि जिनके खुद के घर फूंस के होते हैं वह दूसरे के घरों में आग नहीं लगाया करते।