PATNA : बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार सीएम नीतीश कुमार के काम पर सवाल उठाते रहे हैं। खासकर कोरोना काल में जिस तरह से तेजस्वी ने बिहार सरकार की व्यवस्था पर ट्विटर वार कर सरकार की पोल खोली थी, उसके बाद उनकी लोकप्रियता बढ़ी है। हालांकि तेजस्वी यादव पूरे कारोना काल के दौरान बिहार से दूर रहे और अपने पिता लालू प्रसाद के साथ समय व्यतीत किया। अब जिस तरह से तेजस्वी यादव ने बिहार के लिए अपनी सक्रियता दिखाई है। उसके बाद जदयू के विधान पार्षद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी संजय सिंह ने तेजस्वी यादव को सम्मानित करने की मांग कर दी है।
प्रदेश जदयू के प्रवक्ता एवं विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि जिस तरह से कोरोना काल में बिहार के लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे, तेजस्वी यादव पूरे समय बिहार से दूर रहे। यह पहली बार नहीं है। ऐसा वह पहले भी कर चुके हैं। ऐसे में तेजस्वी यादव को अब रणछोड़ सम्मान से सम्मानित किया जाना चाहिए। जदयू प्रवक्ता ने नेता प्रतिपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष जैसे संवैधानिक पद पर होने के बावजूद तेजस्वी यादव ने बिहार से बाहर रहते हुए आज दो महीने का वक्त पूरा कर लिया है। संजय सिंह ने कहा कि इतने लंबे अंतराल तक विरोधी दल का कोई भी नेता राज्य से अब तक शायद ही गायब रहा हो। तेजस्वी यादव ने विपरीत परिस्थितियों में न केवल राज्य की जनता का साथ छोड़ा, बल्कि उसका भी एक कीर्तिमान बना दिया।
तेजस्वी की समझ पर सवाल
यह इत्तेफाक है कि बुधवार को चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव की विधानसभा चुनाव में मिली कामयाबी पर सवाल उठाया था, उन्होंने कहा था कि लोजपा एनडीए के साथ चुनाव लड़ती तो तेजस्वी आधी सीटों पर जीत नहीं सकते थे। अब चिराग के बाद संजय सिंह ने तेजस्वी के काम पर सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी दूसरे के दिमाग पर काम करते रहे हैं। अपने दिमाग का इस्तेमाल तो करेंगे नहीं, ऐसे हालात में आपकी इस बुद्धिमता को लेकर हमें संदेह है कि आप राजनीति में लंबी रेस का घोड़ा साबित नहीं हो सकते।