DARBHANGA: वीरपुर जेल में 42 घंटे रखे जाने के बाद जाप प्रमुख पप्पू यादव को इलाज के लिए दरभंगा के DMCH भेजा जा रहा है। मधेपुरा कोर्ट ने इसका आदेश दिया है। सुपौल के वीरपुर जेल में उनके स्वास्थ्य की जांच करने वाले डॉक्टरों ने भी उन्हें हायर सेंटर पर भेजने की बात कही थी। इसके बाद पप्पू यादव की ओर से पटना के PMCH भेजने की मांग की गई थी। हालांकि कोर्ट ने उन्हें DMCH ले जाने का निर्देश दिया।
सोशल मीडिया पर कहा- मुझे कोरोना संक्रमित करने का इरादा है
पप्पू यादव को DMCH भेजे जाने के निर्णय के बाद उनके सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट किया गया है। इसमें कहा गया- 'अब मुझे DMCH दरभंगा भेजा जा रहा है। जहां मौत ही मौत है। पटना गांधी मैदान थाने में 9 घंटे...फिर मधेपुरा ले जाने में 4 घंटे...फिर वीरपुर लाने में 2 घंटा...फिर वीरपुर जेल के बाहर 2 घंटा...फिर जेल में 2 दिन। सब जगह ले जाकर कोरोना संक्रमित करने का इरादा है'।
पटना पहुंची हैं पत्नी रंजीत रंजन
पप्पू यादव की पत्नी पूर्व सांसद रंजीत रंजन गुरूवार को पटना पहुंची हैं। यहां उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर बिहार सरकार को दो दिनों का अल्टीमेटम दिया है। पप्पू यादव के पटना आवास पर प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि अगर दो दिनों में पप्पू यादव को रिहा नहीं किया गया तो वे अनशन करेंगी। पप्पू यादव को परेशान किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए उनकी गिरफ्तारी की गई है। कानूनी तरीके से मधेपुरा में उन्हें मजिस्टे्ट द्वारा ही बेल दे देनी चाहिए थी।
आपको बता दें, 32 साल पुराने अपहरण केस में मंगलवार शाम को पटना से गिरफ्तार जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अब वीरपुर जेल की बदइंतजामी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। सुपौल के वीरपुर जेल में मंगलवार रात से बंद पप्पू यादव ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। बुधवार को उनके सोशल मीडिया अकाउंट से लिखा गया- 'मैं वीरपुर जेल में भूख हड़ताल पर हूं। यहां न पानी है न वॉशरूम है। मेरे पैर का ऑपरेशन हुआ था, इसलिए नीचे बैठ नहीं सकता। यहां कमोड भी नहीं है। कोरोना मरीज की सेवा करना, उनकी जान बचाना, दवा माफिया, हॉस्पिटल माफिया, ऑक्सीजन माफिया, एम्बुलेंस माफिया को बेनकाब करना ही मेरा अपराध है। मेरी लड़ाई जारी है।