पटना... बिहार सरकार जमीन संबंधी मामलों के त्वरित निष्पादन को लेकर कई तरह का फंडा अमल में ला रही है। सरकार की कोशिश है कि जमीन संबंधी विवादों का तय समय में निपटारा हो। इसके लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अब तक कई प्रयोग किए हैं। राजस्व विभाग अंचल अमीन से लेकर राजस्व एडीएम तक के कार्यों की समीक्षा कर रहा है। अधिकारियों के काम के आधार पर रैंकिंग तय की जा रही है, फिसड्डी रहने वाले अधिकारियों को चेतावनी भी दी जा रही है और कार्यप्रणाली में सुधार को कहा जा रहा है । बावजूद इसके बड़ी संख्या में ऐसे अंचलाधिकारी और एडीएम हैं जिनका परफॉर्मेंस काफी खराब है।
भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग ने एक बार फिर से राजस्व एडीएम की रैंकिंग को जारी किया है। विभाग ने जनवरी महीने की रैंकिंग सार्वजनिक किया है। इस रैंकिंग में जहानाबाद के ADM एक बार फिर से पहले नंबर पर आए हैं, पिछली बार भी जहानाबाद का रैंक पहला था।इस बार जहानाबाद के एडीएम 97.37 परसेंट नंबर लाकर पहले पायदान पर नवादा दूसरे नंबर पर समस्तीपुर तीसरे नंबर पर मुंगेर चौथे नंबर पर और कटिहारएडीएम पांचवें नंबर पर हैं.
सहरसा का सबसे खराब परफॉरमेंस
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने सबसे खराब परफॉरमेंस वाले एडीएम के बारे में भी बताया है। सबसे खराब परफॉर्मेंस सहरसा का रहा है. सहरसा एडीएम ने 38 वां रैंक लाया है। नीचे से दूसरे नंबर पर मधेपुरा, तीसरे नंबर पर सुपौल, चौथे नंबर पर शेखपुरा और नीचे से पांचवें नंबर पर बांका एडीएम का स्थान है।
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