PATNACITY : कहते हैं किस्मत कब किस करवट बैठती है किसी को नही पता। सेना में बिहार का बड़ा ही होनहार और जाबाज लड़ाका देश की सेवा करते करते शहीद हो गया। पटना जिले के धनरुआ के बौरहि गांव के रहनेवाले रजनीकांत सिंह के पुत्र अमित कुमार की ड्यूटी अरुणाचल प्रदेश के इंडियन आर्मी में थी और अमित ने दो साल पहले ही इंडियन आर्मी को ज्वाइन किया था लेकिन उन्हें क्या पता कि जिस देश की मिट्टी में पला बढ़ा उस देश की मिट्टी की सेवा करते करते सिर्फ दो वर्षो में ही शहीद हो जाएगा।जब अमित ड्यूटी पर थे तब अचानक कई राउंड गोली चली जिसमे एक गोली अमित की सीने में आकर लग गई जिन्हें इलाज़ हेतू ले जाया जा रहा था तब तक उनकी मौत रास्ते मे ही हो चुकी थी।
हालांकि इसके बाद अमित का शव उनके पैतृक गांव ले जाने की तैयारी होने लगी। गुरुवार की सुबह अमित का शव उसके गांव पहुँचते के साथ ही वहां का माहौल गमगीन हो गया और अमित कुमार अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज उठा।अरुणाचल प्रदेश में इंडियन आर्मी 21 राजपूत रेजिमेंट के जवान अमित का शव सेना के वाहन से जब फतुहा श्मशान घाट के लिय निकला तो उसके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।।
आपको बता दें कि शहीद अमित की शादी तय हो चुकी थी और आगामी 15 फरवरी को उसकी शादी भी होनी थी जिसकी तैयारी जोर शोर से घर मे चल रही थी लेकिन घरवालो को क्या पता कि शहीद अमित के हाथ पीले होने से पहले उन्हें अमित के शहीद होने की खबर मिलेगी।
आपको बता दें कि अमित दो भाइयों में बड़ा था और उसकी तीन बहने भी है। बताया जाता है कि जब अमित की मां शादी की खरीदारी कर रही थी तभी उनके मोबाइल पर यह मनहूस खबर मिली। फिर क्या था एक मां औऱ पूरे परिवार का जो अरमान था वो धरा का धरा रह गया।
गुरुवार को जब अमित का शव फतुहा श्मशान घाट पर पहुँचा तो सेना के जवानों ने हवाई फायरिंग करते हुए उन्हें सलामी दी, वहीं अमित के चचेरे भाई ने मनीष कुमार ने मुखाग्नि दी।