PATNA: चाहे कितने भी बड़े अधिकारी क्यों न हों उन्हें परिवहन कानून का पालन करना हीं होगा।बिहार सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कानून सबसे बड़ा होता है।कानून से बडा न तो कोई अधिकारी है और न नेता।बिहार के परिवहन मंत्री संतोष निराला ने कहा कि परिवहन विभाग ने स्पष्ट आदेश दे रखा है कि सभी के गाड़ियों की जांच होगी। अगर अधिकारी भी ट्रैफिक नियम को तोडेंगे तो कार्रवाई हर हाल में होगी।कानून की नजर में सभी बराबर हैं।
सरकार ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि अगर सरकारी अधिकारी की गाड़ियों के कागजात नहीं है या किसी तरह की कमी है तो उस पर भी कानून सम्मत कार्रवाई हो।उन्होंने इस आरोप को खारिज कर दिया कि सरकारी अधिकारियों की गाड़ियों की चालान नहीं काटा जा रहा।
परिवहन मंत्री ने कहा कि सभी गाड़ियों का इंश्यूरेंस जरूरी है..सरकारी गाड़ियों में भी इंश्यूरेंस होता है।अगर जिस गाड़ी का बीमा नही होगा तो ट्रैफिक पुलिस फाइन करेगी >
आपको बता दें कि परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस के तरफ से जो वाहन जांच की जा रही है उसमें आरोप है कि अधिकारियों की गाड़ी की जांच नहीं की जा रही।साथ हीं यह भी खुलासा हुआ है कि सरकारी अधिकारियों की गाड़ी का बीमा हैं नहीं बावजूद इसके उन अधिकारियों की गाड़ी का चालान नहीं काटा जा रहा।