DESK: बिहार बोर्ड ने मैट्रीक का रिजल्ट जारी कर दिया है.हिमांशु कुमार 96.20 फीसदी अंक लाकर बिहार टॉपर बन गया है. आज हिमांशु और उसके पूरे परिवार के लिए खुशी का दिन है.आप भी यह सुनकर काफी खुश होगें क्युंकि हिमांशु ने छोत्रों के लिए एक मिसाल पेश की है.हिमांशु सब्जी बेचने वाले का बेटा है.यही नहीं हिमांशु को जब भी उसके पढ़ाई से वक्ता मिलता वो अपने पापा के काम में हाथ बंटाता था.
बड़ी दिलचस्प हैं बिहार बोर्ड के टॉपर की कहानी
सबसे पहले बात करते हैं बिहार बोर्ड के स्टेट टॉपर हिमांशु राज की.हिमाशु रोहतास जिले के दिनारा प्रखंड के तेनुअज पंचायत के नटवार कला गांव वार्ड नं 10 के निवासी हैं. हिमांशु राज के पिता सुभाष सिंह सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.उनकी माता एक कुशल गृहणी है.उनकी बहन इंटर में पढ़ती है.हिमांशु अपनी उपलब्धी का श्रेय अपने माता पिता को देते है.हिमांशु का सपना है कि वो अपने गांव का और माता पिता का नाम रौशन करें.भविष्य में हिमांशु को साफ्टवेयर इंजिनियर बनना है.
किसान के बेटे दुर्गेश को दूसरा स्थान
बिहार बोर्ड परीक्षा में दूसरे स्थान पर रहे दुर्गेश कुमार उजियारपुर थाना क्षेत्र के मालती के समीप स्थित बिदुलिया गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने समस्तीपुर के जितवारपुर स्थित श्रीकृष्णा हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा दी थी.किसान जयकिशोर सिंह के बेटे दुर्गेश ने कहा कि उनकी सफलता के पीछे उसके माता पिता का योगदान महत्वपूर्ण है.मां-पिता की प्रेरणा से ही उन्हें इतनी बड़ी सफलता मिली है.दुर्गेश चार भाई बहनों में सबसे छोटे हैं.दुर्गेश के पिता खेतीबारी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.दुर्गेश ने बताया कि आईआईटी कर एक कुशल इंजीनियर बन देश की सेवा करना उनका लक्ष्य है.
बिहार के टॉप-3 टॉपरों की सूची में एक छात्रा ने कब्जा जमाया है. छात्रा जूली कुमारी को 478 अंक हासिल हुए हैं.बिहार के अरवल जिले की रहने वाली जूली ने बालिका हाई स्कूल से पढ़ाई की है. जूली के अलावा भोजपुर जिले के हरखेन कुमार जैन के शुभम कुमार को भी 478 अंक ही मिले हैं.इसके अलावा औरंगाबाद के रहने वाले राजवीर सिंह को भी 478 अंक ही मिले.राजवीर पटेल हाई स्कूल के छात्र हैं.
मजदूर के बेटे मुन्ना को राज्य में चौथा स्थान
जिले के दाउदनगर पटवा टोली निवासी गोपाल प्रसाद के पुत्र मुन्ना कुमार ने मैट्रिक परीक्षा में राज्य भर में चौथा स्थान प्राप्त किया है.मुन्ना को कुल 477 अंक मिले हैं। मुन्ना बेहद गरीब परिवार से हैं और इनके पिता मजदूरी करते हैं.