Patna: सूबे में सरकारी आवासों पर कब्जा होने की बात तो आपने जरूर सुनी होगी, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की बिहार विधानपरिषद के सदस्यों के लिए बने आवास पर भी कब्जा कर लिया गया. यह घटना कहीं और नहीं, बल्कि पटना में यानी सरकार और प्रशासन की नाक के नीचे हुई है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब बिहार विधानपरिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह के नए सरकारी बंगले पर बुधवार की देर रात सामान पहुंचा.
अवधेश नारायण सिंह के परिजन और स्टाफ देखकर हैरान रह गए कि आवास का ताला पहले से ही टूटा हुआ है और अंदर में एक गाड़ी भी लगी हुई है. जब स्टाफ घर के अंदर दाखिल हुए तो मौके पर मौजूद लोग फरार हो गए. देर रात तक पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी रही. दरअसल, अवधेश नारायण सिंह को पटना के दारोगा राय पथ में सरकारी आवास आवंटित हुआ है, जिसमें शिफ्ट करने के लिए बुधवार को सामान लेकर उनके स्टाफ पहुंचे थे. लेकिन, वहां का नजारा कुछ दूसरा ही था.
सरकारी आवास का ताला तोड़कर उसमें से पहले से ही लोग रह रहे थे. क्वार्टर से पुलिस ने एक एसयूवी कार भी जब्त किया है जो कि जूनियर इंजीनियर का बताया जा रहा है. कार के ऊपर पुलिस का स्टीकर लगा हुआ है. मामले की जांच को पहुंची पुलिस ने टूटा हुआ ताला भी जब्त किया है. फिलहाल सचिवालय डीएसपी मामले की जांच कर रहे हैं. इस मामले में पुलिस को विधानपरिषद के सभापति का पक्ष नहीं मिल सका है. बीजेपी के नेता अवधेश नारायण सिंह को हाल ही में विधानपरिषद का सभापति बनाया गया है.