PATNA: बिहार विधानपरिषद में आज एक बार फिर से शिक्षा से जुड़े सवालों ने शिक्षा मंत्री को परेशान कर दिया। सबसे पहले भविष्यनिधि योजना को लागू किए जाने की मांग को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने एक साथ इस मुद्दे को उठाया और शिक्षा मंत्री पर सवालों की बौछार कर दी.सदस्य केदार पांडेय,दिलीप चौधरी समेत कई अन्य सदस्यों ने विधानपरिषद में यह मुद्दा उठाया कि सरकार इपीएफ देने में आना-कानी कर रही है।
सदन में बोलते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार शिक्षकों के हित में कई कदम उठाए हैं।शिक्षकों के प्रति सरकार खुद चिंतित है।सब लोग थोडा धैर्य रखिए।सरकार विधि विभाग से राय मांग रही है।अगर विधि विभाग आगे की कोर्ट में नहीं जाने की सलाह देगी तो फिर हमलोग ईपीएफ देने पर विचार करेंगे।
इसके बाद कस्तूरबा विद्यालय में नाईट गार्ड के नियोजन को लेकर सवाल उठाया।इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि नियोजन की कार्रवाई चल रही है।कुछ सदस्यों ने मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि लगता है कि मंत्री जी को शेरो-शायरी का सहारा लेना पड़ेगा।
सदन में बोलते हुए राजद सदस्य रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि कस्तूरबा विद्यालय का सवाल गंभीर है।इसमें सरकार को जवाब देना होगा।पूर्वे ने शिक्षा मंत्री को कहा कि यहां पर शेरो-शायरी से काम नहीं चलने वाली है.आपको..यहां तो जवाब देना पड़ेगा.