डेस्क... कोरोना काल में पहली बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद एनडीए की सरकार ने सुचारू रूप से काम काज करना शुरू कर दिया है। इस बीच हम आपको बता दें कि इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में वोटों का प्रतिशत जो रहा वो 55 तक रहा। वहीं इस बार चुनाव में विजेताओं को कुल पंजीकृत मतों में से औसतन 25.23 प्रतिशत वोट मिले। यह बात ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) की एक रिपोर्ट में कही गई है।
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को 3 चरणों में मतदान हुआ था। इसमें राजग (एनडीए) को बहुमत मिला। एडीआर ने एक बयान में कहा कि विजेताओं को कुल पंजीकृत मतों में से औसतन 25.23 प्रतिशत वोट मिले। इससे पहले 2015 के विधानसभा चुनाव में विजेताओं को कुल पंजीकृत मतों में से औसतन 25.09 प्रतिशत वोट मिले थे। एडीआर ने कहा कि तीन विजेताओं को 200 से भी कम मतों से जीत मिली है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 243 विजेताओं में से 26 महिलाएं हैं और इनमें से सबको 27 प्रतिशत तथा इससे अधिक मत मिले। विधानसभा चुनाव 2020 में पड़े 4,21,37,619 मतों में से 7,06,252 (1.68 प्रतिशत) वोट नोटा के लिए पड़े। वहीं, 2015 के विधानसभा चुनाव में पड़े 3,81,20,124 मतों में से 9,47,279 (2.48 प्रतिशत) वोट नोटा के लिए पड़े थे। निर्वाचन आयोग कोई उम्मीदवार पसंद नहीं होने की स्थिति में ईवीएम में ‘नोटा’ का बटन दबाने का विकल्प 2013 में लेकर आया था।