PATNA : पहले से महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों की परेशानी और बढ़ने वाली है. बिहार विद्युत् विनियामक आयोग ने बिजली कंपनियों को बिजली दर में बढ़ोतरी की अनुमति दे दी है. 1 अप्रैल बिजली दर में औसतन 0.63 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. हालाँकि किसी कटेगरी में बिजली की दर में कमी भी आई है.
बताते चले की बिहार राज्य विद्युत बोर्ड के पुनर्गठन के बाद 2012 में नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड स्वतंत्र रूप से अस्तित्व में आई. जिसके लिए बिहार राज्य विद्युत विनिमय विनियामक आयोग अलग-अलग दर पारित करता आ रहा है. वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने 8689 करोड़ों रुपए और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने 9863 करोड़ रुपए के राजस्व की आवश्यकता जताई है. वही दोनों का अंतर 837 करोड़ और 777 करोड़ बताया गया है. दोनों वितरण कंपनियों के क्षति का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2021- 22 में 15% निर्धारित किया गया है. उससे अधिक क्षति होने पर उस राशि का उपभोक्ताओं पर बोझ नहीं दिया जाएगा.
वहीँ टैरिफ सरंचना के सरलीकरण के तहत चार स्लैब के बजाएं तीन स्लैब के प्रस्ताव को अनुमानित शर्तों के साथ स्वीकार किया गया है. विद्युत चालक वाहन के लिए एक नई श्रेणी का सृजन किया गया है. वितरण कंपनी द्वारा प्रस्तावित प्रीपेड स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं को 3% छूट के प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया है.
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पटना से वंदना की रिपोर्ट