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विभाग के अनुमति के बिना ही तोड़ दिया गया एएनएम क्वार्टर, अस्पताल प्रशासन ने जताई अनभिज्ञता

विभाग के अनुमति के बिना ही तोड़ दिया गया एएनएम क्वार्टर, अस्पताल प्रशासन ने जताई अनभिज्ञता

MOTIHARI : पूर्वी चंपारण जिला के अरेराज में बिना स्वास्थ्य विभाग के अनुमति के एएनएम क्वार्टर तोडा जा रहा है. अनुमंडलीय अस्पताल प्रशासन की माने तो बिना स्वास्थ्य विभाग के सहमति के अनुमंडल पदाधिकारी के आवास परिसर के पास स्थित पीएचसी के पास दो एएनएम क्वार्टर को जेसीबी से तोड़ दिया गया. एएनएम क्वार्टर तोड़ने के लिए न स्वास्थ्य विभाग से अनुमति ली गई और नही भवन निर्माण विभाग से परित्यक्त प्रमाण पत्र. भवन के सामान का मूल्यांकन व डाक कराये बिना दो एएनएम क्वार्टर तोड़वा दिया गया. एएनएम क्वार्टर  के दो भवन टूटने पर भी अस्पताल प्रशासन अनजान बना हुआ है. 

अरेराज अनुमंडलीय अस्पताल प्रशासन स्वास्थ्य विभाग द्वारा डाक्टर व कर्मचारियों के लिए बने आवास की भी हिफाजत करने में उदासीन नजर आ रहा है. बिना अस्पताल प्रशासन के अनुमति या भवन निर्माण विभाग के परित्यक्त प्रमाणपत्र के धड़ल्ले से भवन को जेसीवी लगाकर तोड़े जा रहे है. अनुमंडल अस्पताल प्रशासन भवन तोड़ने से अनजान बना हुआ है. अनुमंडल पदाधिकारी के आवास के पास स्थित पीएचसी के पास बने दो स्वास्थ्य विभाग के कमरे को तीन दिन पूर्व जेसीवी से तोड़ दिया गया. अस्पताल प्रशासन को अपने ही भवन के टूटने की सूचना दो दिन बाद मिली. सूचना के बाद भी अस्पताल प्रशासन अनजान बना हुआ है. अस्पताल चिकित्सक डॉ नीरज कुमार ने बताया कि पीएचसी के पास बने एएनएम क्वार्टर के तोड़कर ध्वस्त करने की सूचना पर स्थल पर गए थे. स्थल से दोनों क्वार्टर को तोड़कर ईट को अलग कर दिया गया है. दोनों क्वार्टर अस्पताल की संपत्ति है. उसके बाद भी बिना स्वास्थ्य विभाग के अनुमति व भवन निर्माण विभाग से परित्यक्त प्रमाणपत्र के ही क्वार्टर को तोड़ दिया गया था. उक्त क्वार्टर अनुमंडल पदाधिकारी के आवास परिसर में ही था.

गौरतलब हो कि किसी भी सरकारी भवन को तोड़ने के लिए पहले उक्त विभाग से सहमति पत्र लेना पड़ता है. उसके बाद अभियंता से भवन को ध्वस्त करने के लिए अनुमति के साथ ही उस मकान के पुराने समान की मूल्यांकन या डाक के बाद तोड़े जाते है. लेकिन सभी नियमों को ताक पर रखकर दोनों क्वार्टर को तोड़ दिया गया. पूर्व से ही पीएचसी, पुरानी अस्पताल व अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में डॉक्टर व कर्मियों के रहने के लिए 18 क्वार्टर है. पुरानी अस्पताल के पास पहले स्वास्थ्य विभाग के कमरे में नगर पंचायत कार्यालय चलता था. 

उसके बाद स्पोर्ट क्लब का कार्यालय चलता है. वही प्रखंड परिसर से लेकर अस्पताल परिसर तक स्वास्थ्य विभाग के कई क्वार्टर पर अबैध कब्जा है. तत्कालीन डीएम ने वर्ष 18 में ही निरीक्षण के दौरान स्वाथ्य विभाग के क्वार्टर से अबैध कब्जा हटाकर जमीन की मापी कराकर चहदीवारी कराने का निर्देश दिया था. लेकिन डीएम के आदेश के दो वर्ष बाद भी अस्पताल प्रशासन की नींद नही खुली. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ उज्वल कुमार ने बताया कि दो दिन पूर्व प्रभार मिला है. मेरे जनकारी में यह मामला नही है. अगर बिना विभाग के अनुमति का क्वार्टर टूटा है तो गंभीर मामला है. इसपर अग्रतर कार्रवाई के लिए वरीय पदाधिकारी को भेजा जाएगा.

मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट 



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