पटना. भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है कि हिंदुओं को अपमानित करने में सीएम नीतीश को मजा आता है. यही कारण है कि सीएम नीतीश गया के विष्णुपद मंदिर में अपने साथ मुस्लिम समुदाय से आने वाले मंत्री को लेकर गए जबकि उन्हें पता है कि मंदिर में गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने मंगलवार को कहा कि CM नीतीश से पूछा कि क्या आप मक्का में जाएंगे या आपको केवल हिंदुओ को अपमानित करना पसंद है?
उन्होंने कहा कि हर धर्म स्थल के कुछ नियम होते हैं. जैसे मक्का में गैर मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित है वैसे ही गया में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है. यह शुरू से चली आ रही परम्परा है. मंदिर के बाहर ही यह निर्देश लिखा हुआ है. नीतीश कुमार भी कई बार गया के मंदिर में जा चुके हैं. लेकिन इस बार उन्होंने जानबूझकर हिंदुओं को अपमानित करने लिए मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी को मंदिर में प्रवेश कराया.
सीएम नीतीश ने उन्होंने पूछा कि क्या नीतीश कुमार जी मक्का मदीना में जाकर अपने सेक्युलरिज्म को दिखाएंगे. गया के मंदिर में मुस्लिम मंत्री को ले जाना हिंदू धर्म का अपमान हुआ है. इसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है. हिंदुओं को अपमानित करने में नीतीश कुमार को बड़ा मजा आता है. सीएम नीतीश कुमार इस मामले पर माफ़ी मांगे. अगर उन्होंने माफी नहीं मांगी तो बीजेपी इस मुद्दे व्यापक विरोध करेगी. विधानसभा और विधान परिषद में भी यह मुद्दा उठाएगी.
उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कभी भी भगवान के नाम पर सीएम पद की शपथ नहीं लेते. वे सत्य निष्ठ के नाम पर शपथ लेते हैं और उससे उलट जाते हैं. इसलिए सीएम सार्वजनिक रूप से माफी मांगें. मंदिर के बाहर गैर हिंदुओं के प्रवेश वर्जित होने की बात लिखी है लेकिन सीएम ही जब नियम नहीं मानते तो आम जनता क्या करेगी. मस्जिद हो या मंदिर उसकी पवित्रता का ध्यान सबको रखना चाहिए.