NEWS4NATION DESK : हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब बीजेपी बिहार में दोनों दलों के अलग-अलग चुनाव मैदान में उतरने के कयासों पर पूर्ण विराम लगाने की जुगत में जुटी है।
वैसे गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों आगामी चुनाव में नीतीश कुमार ही बिहार में एनडीए के सीएम चेहरा होंगे और उनके ही नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कर चुके है। वहीं अब भाजपा चाहती है कि मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार के जरिएजदयू को मंत्रिमंडल में शामिल कर बिहार में दोनों दलों के अलग-अलग चुनाव मैदान में उतरने के कयासों पर पूर्ण विराम लगा दिया जाए। इस लेकर मोदी मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।
अगर बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ी तो अगले महीने शुरू होने वाले शीत सत्र से पहले या दिसंबर में झारखंड विधानसभा चुनाव के तत्काल बाद मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्रिमंडल विस्तार को हरी झंडी मिल सकती है।
सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के मुताबिक विस्तार के संदर्भ में चर्चा फिलहाल प्रारंभिक स्तर पर है। ऐसे में विस्तार तत्काल होगा या झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद, कहना मुश्किल है।
हालांकि सच्चाई यह है कि मंत्रिमंडल में संख्या बढ़ाने की जरूरत के साथ ही सहयोगियों को साधे रखने की जरूरत महसूस की जा रही है। इसके अलावा कुछ महत्वपूर्ण मंत्रालयों में सचिवों के स्तर पर फेरबदल के बाद ऐसे मंत्रालयों में अनुभवी और ऊर्जावान चेहरों को दायित्व देने की भी जरूरत महसूस की जा रही है।