NEWS4NATION DESK : पिछले 5 साल से पार्टी के अंदर हाशिए पर पड़े वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी चुनाव के दौरान सक्रिय दिख सकते हैं। बीजेपी के सूत्र बता रहे हैं कि लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतारा जा सकता है।
राजनीतिक जानकार मानते हैं की बीजेपी पार्टी को एकजुट दिखाने के लिए आडवाणी और जोशी के चेहरों का इस्तेमाल कर सकती है। बीजेपी नेतृत्व इस बात को भली-भांति जानता है कि 2014 के चुनाव और आज की स्थितियां अलग हैं। 2014 में देश के अंदर नरेंद्र मोदी के नाम की हवा थी और उसी ने बीजेपी को अकेले सत्ता तक पहुंचा दिया। लेकिन अब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं और पार्टी के अंदर हाशिए पर पड़े नेताओं की सक्रियता नहीं दिखी तो विरोधी सवाल खड़े कर सकते हैं। लिहाजा बीजेपी जनता के सामने एकजुटता दिखाने में पीछे नहीं रहना चाहेगी।
बीजेपी मार्गदर्शक मंडल में शामिल इन वरिष्ठ नेताओं की सक्रियता पार्टी को ज्यादा मजबूत दिखाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चुनावी प्रचार अभियान के दौरान हर दिन 4 से 5 रैलियों को संबोधित करेंगे। उनके अलावा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सुषमा स्वराज सरीखे नेताओं पर भी चुनाव प्रचार का बड़ा दारोमदार होगा।