PATNA : बिहार में अग्नीपथ को लेकर हुए आगजनी की घटना में प्रशासन की नाकामी पर जिस तरह से भाजपा और जदयू के बीच जुबानी जंग शुरू हुई है। उसमें अब साधू और बिच्छू की भी इंट्री हो गई है। जिसमें जदयू के एक नेता की तुलना बिच्छू से की गई है। वहीं भाजपा को साधू बताया है। दोनों पार्टियों में जिस तरह से लड़ाई शुरू हुई है, उसके बाद पार्टी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने साधु बिच्छू की कहानी सुनाई है।
उन्होंने कहानी बयां करते हुए कहा कि एक साधु नदी में नहा रहा था, उसी दौरान एक बिच्छू बहते हुए पहुंच गया। जिसे साधू ने बचाने के लिए अपनी हथेली पर रख लिया। लेकिन बिच्छू बार बार साधू को डंक मार रही थी। लेकिन साधू उसे बचाने की कोशिश नहीं छोड़ रहा था। बिहार में लगभग वही स्थिति है। हालांकि अरविंद सिंह ने यह नहीं बताया कि वह किसे बिच्छू कह रहे थे।
कौन नहीं बनने देना चाहता था नीतीश को सीएम
अरविंद सिंह ने जदयू के बड़े नेता पर हमला करते हुए कहा कि जिनका जो चरित्र वह अपना काम करता रहेगा। उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का नाम लिए बगैर उनकी तुलना मंथरा से की। उन्होंने कहा कि मंथरा जहां जाएगी, उसका चरित्र उजागर होगा। यहां भी मंथरा आ गया है। ऐसे मंथरा से बचने की जरुरत है। उन्होंने अग्निपथ पर प्रवचन देनेवाले जदयू नेता पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वह बिहार में नीतीश कुमार को सीएम नहीं बनने देना चाहते थे। वह आज ज्ञान दे रहे हैं।
इतना अनुभव था तो कैसे जलने दिया बिहार को
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा उन्हें राजनीति का इतना अनुभव था तो बताना चाहिए कि बिहार को जलने कैसे दिया। सत्ता, शासन और प्रशासन सब मूकदर्शक क्यों बने हुए थे। यह बताना चाहिए