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सोनपुर मेले के आयोजन को लेकर डिप्टी सीएम और प्रभारी मंत्री से मिले भाजपा नेता, अब राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में होगा फैसला

सोनपुर मेले के आयोजन को लेकर डिप्टी सीएम और प्रभारी मंत्री से मिले भाजपा नेता, अब राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में होगा फैसला

PATNA : विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला इस वर्ष लगेगा या नहीं इस पर फाइनल मुहर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लगेगी. उसके बाद यह निर्णय हो पाएगा कि इस वर्ष भी कोविड प्रभाव को देखते हुए संपूर्ण मेले का आयोजन हो या नहीं हो. इस बीच सोनपुर मेले के आयोजन को लेकर चल रहे जन आंदोलन का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ भाजपा नेता सह अधिवक्ता ओम कुमार सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखकर इस वर्ष सोनपुर मेला के आयोजन कराने का अनुरोध किया है. 

लिखे गए पत्र में ओम कुमार सिंह ने कहा है कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विविधता का केंद्र सोनपुर मेला का आयोजन पिछले वर्ष भी नहीं हुआ था. इस बार स्थितियां सामान्य हुई है. इस कारण से मेले का आयोजन होना चाहिए. मेले का आयोजन नहीं होने से हजारों परिवारों के समक्ष विगत 2 वर्षों से भुखमरी की स्थिति हो गई है. सोनपुर मेला क्षेत्र में रहने वाले लोगों और आसपास के ग्रामीणों के आय का एकमात्र साधन मेला है. देश के विभिन्न प्रांतों से आने वाले लघु, कुटीर उद्योग, पशु पालकों के लिए भी यह मेला किसी संजीवनी से कम नहीं है. इतिहास के धरोहरों के साथ ही साथ आधुनिकता का भी प्रदर्शन इस मेले में होता है. 

ओम कुमार सिंह ने इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, सारण जिले के प्रभारी मंत्री सुमित कुमार सिंह से मिलकर मेले के आयोजन को लेकर पत्र दिया था तथा बिंदुवार चर्चा भी की थी. जिसको लेकर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह मुद्दा उठने वाला है. ओम कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में कहा है कि सोनपुर मेला का आयोजन हो और कोविड नियमों का भी पालन हो. भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय स्तर पर कमेटियां भी सरकार की मदद को तैयार है. उन्होंने कहा कि मेला का आयोजन होता है तो इससे समाज में मैसेज बढ़िया जाएगा. 

साथ ही साथ सोनपुर मेले के अस्तित्व को बचाए रखने को भी बल मिलेगा. पूरे एक महीने तक चलने वाले इस मेले में देश-विदेश के पर्यटक भी आते हैं. जिससे भी राजस्व का फायदा होता है. विविध संस्कृतियों का मिलन होता है. यह धार्मिक आस्था का केंद्र है. ग्रामीण भारत की छवि देखने का यह एकमात्र मेला पूरे देश में है. ओम कुमार सिंह ने कहा कि अभी तक जिन लोगों से वह मिले हैं. अनुरोध किया है. सबसे सार्थक संदेश से मिला है. इसलिए पूरी आशा है कि बिहार के मुख्यमंत्री सोनपुर वासियों और मेला बचाने वाले संघर्ष के साथियों के अनुरोध को देखते हुए इस बार मेले के आयोजन के पक्ष में निर्णय लेंगे.

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