PATNA: नीतीश राज में सत्ताधारी विधायक को कोटा जाने-आने के लिए स्पेशल पास जारी करने को लेकर बिहार की सियासत गर्म हो गई है।विपक्षी दलों ने सीधे सीएम नीतीश को निशाने पर लिया है।लॉक डाउन की वजह से कोटा में फंसे छात्रों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्टैंड,फिर सत्ताधारी विधायक के बेटे के लिए स्पेशल पास जारी किए जाने के बाद नीतीश सरकार की भारी किरकिरी हुई है।यूं कहें कि एक बार फिर से सीएम नीतीश अपनी हीं बुने जाल में फंस गए हैं।
सीएम नीतीश सिर्फ कहते रहे और वीआईपी अपने बच्चों को कोटा से लेकर बिहार पहुंच गए। जानकार बताते हैं कि सिर्फ भाजपा विधायक अनिल सिंह का हीं मसला नहीं है बल्कि अब तक 30 से अधिक वीआईपी जिसमें नेता से लेकर अधिकारी हैं वे सीएम नीतीश को ठेंगा दिखाते हुए अपने बच्चों को कोटा से वापस लाए हैं।
जानिए विधायक अनिल सिंह ने क्या कहा....
भाजपा विधायक अनिल सिंह ने कहा कि मीडिया एवं सोशल मीडिया में मेरे कोटा जाने को लेकर कई पोस्ट एवं बयान चलाये जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि नवादा प्रशासन ने उन्हें जाने का परमिशन दिया था। लॉकडाउन में भारत सरकार के गाईडलाइन के तहत मेडिकल सहित कई विशेष इमरजेंसी में जिला प्रशासन से आने- जाने के लिए पास की अनुमति दी गई है। उक्त नियमों के अंतर्गत ही बकायदा प्रशासनिक अनुमति लेकर मैं कोटा गया और आया। इसमें कहीं से भी लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन की बात नहीं है और न ही किसी भी प्रकार के विशेषाधिकारी की बात है।