PATNA : बिहार में आज से मानसून सत्र की शुरुआत हो रही है। जिसको लेकर विपक्ष ने मांग की है कि विधायकों की पिटाई को लेकर सीएम नीतीश कुमार सदन में माफी मांगे। वहीं विपक्ष की इस मांग का विरोध भी शुरू हो गया है। भाजपा विधायक संजय सारावगी ने कहा है कि माफी सीएम को नहीं, बल्कि विपक्ष के नेताओं को मांगनी चाहिए, उन्होंने कहा कि बजट सत्र के दौरान सबने देखा था कि किस तरह विपक्ष के विधायकों ने हरकतें की थी, जिसके बाद दुनिया में बिहार की गलत छवि गई थी।
उन्होंने कहा कि हमारे विस अध्यक्ष ने खुद कार्रवाई की है। लेकिन नेता प्रतिपक्ष में हिम्मत है तो वह अपने विधायकों पर कार्रवाई करें। भाजपा विधायक ने कहा विपक्ष की हमेशा से ही मंशा रही है कि सदन की कार्यवाही न चलें। जब जब बिहार में कोई आपदा आती है, तो वह गायब हो जाते हैं। उनको जनता की परेशानियों से कोई मतलब नहीं हो
भाजपा विधायक ने इस दौरान जातिगत जनगणना को लेकर भी अपना पक्ष रखते हुए साफ कर दिया कि केंद्र सरकार ने अपना फैसला सुना दिया है। जो पूरी तरह से सही है। देश की एकता बनाए रखने के लिए जरुरी है कि देश को जातिगत लड़ाई से दूर रखा जाए। अब नीतीश कुमार जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं, तो यह उनका अपना नजरिया है।
धर्मांतरण पर कही बड़ी बात
अगर लोभ प्रलोभ देकर कराता है तो यह पूरी तरह से गैर कानूनी है। अगर कोई ऐसा करता है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लोग पूरी जिंदगी एक धर्म से जुड़े रहे और फिर अचानक वह दूसरे धर्म में चले जाएं तो इसकी जांच होनी चाहिए।