बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बीजेपी MLC की सलाह, हमने हमेशा जेडीयू का साथ दिया है, JDU भी हमारे संकल्पों में साथ दे

बीजेपी MLC की सलाह, हमने हमेशा जेडीयू का साथ दिया है, JDU भी हमारे संकल्पों में साथ दे

PATNA: बिहार विधानपारिषद के सदस्य और भाजपा के वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद राय ने जेडीयू को सलाह दी है कि आप भी सहयोगी दल की मर्यादा का निर्वहन करें।आप भी हमारे संकल्पों में साथ दें।क्यों कि बीजेपी ने हमेशा जेडीयू का साथ दिया है। बीजेपी एमएलसी ने कहा कि पार्टी ने 1996 से हमेशा समता पार्टी-जदयू को समर्थन दिया है। तब जाकर जदयू के नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने और उनकी ताकत बढ़ी। 

वर्ष 2013 में जदयू ने हमें छोड़ा था, बीजेपी ने उन्हें नहीं छोड़ा था। फिर जब 2017 में वह महागठबंधन में असहज हुए तो बिहार की जनता के हित में हमने उन्हें पुनः समर्थन दिया।दोस्ती को इस हद तक बढ़ाया कि उनके मात्र 2 सांसद होने के बावजूद 2019 के चुनाव में उनको बराबर सीटों पर लड़ने का अवसर दिया। मज़बूती से साथ में लड़े, 17 में 16 सीटें वह जीते। 

अभी तक बीजेपी एक तरफा साथ दे रही

यह सब अभी तक एकतरफा रहा है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश के नेता उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बार-बार कहा है कि हम नीतीश जी को 2020 अपना मुख्यमंत्री का उम्मीदवार मानते हैं, यह गठबंधन अटूट है। अब तो राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी इसपर मुहर लगा दी है। इसमें किसी को कोई दिक्कत भी नहीं है। 

लेकिन जो बात इससे भी अधिक महत्वपूर्ण है, वह है कि भारतीय जनता पार्टी अपने संकल्प पत्र में जिन प्रतिज्ञाओं को एक अरसे से लेकर चल रही है और इसमें कोई संदेह भी नहीं है कि 2019 का जनादेश श्रद्धेय नरेंद्र मोदी और बीजेपी के संकल्पों को लेकर ही आया था और एनडीए अगर 39 सीटें जीते हैं तो उसमें बीजेपी के संकल्पों का एक बहुत बड़ा योगदान रहा है। 

सच्चिदानंद राय ने कहा कि बीजेपी की तरफ से इतना किए जाने के बाद भी जदयू ने क्या किया? जेडीयू उन संकल्पों के विरोध में खड़ी दिखी। दो जो महत्वपूर्ण मुद्दे थे, तीन तलाक और धारा-370 के हटाये जाने का मुद्दा, उस दोनों में जदयू ने अपनी डफली बजाया। अभी और दो मुद्दे हैं, NRC अधिनियम और सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल। अगर देश के सारे घुसपैठियों को 2024 से पहले देश से बाहर करना है तो इससे संकेत यही मिलते हैं कि दोनों अधिनियम तुरंत लाए जाएंगे, ताकि NRC को ठीक से अखिल भारतीय स्तर पर लागू किया जा सके। इसमें बीजेपी की अपेक्षा रहेगी कि जिस तरह से वह अपने वादे पर अडिग है, तो जदयू भी हमें इन विषयों पर समर्थन दे।

जेडीयू की होगी अग्नि परीक्षा

बीजेपी के विधानपार्षद ने कहा कि जेडीयू को सहयोगी दल के नाते कसौटी पर खरा उतरना होगा। यही होगी जदयू की अग्निपरीक्षा।उन्होंने कहा कि यह सही बात है कि दो अलग-अलग दल है तो किसी-किसी मुद्दे पर हमारा मतभेद हो सकता है। जदयू ने दो विषयों पर अपना मतभेद दिखाया। हमने उसे स्वीकार भी कर लिया। लेकिन उनको हर मुद्दे पर , हमारे हर संकल्प पर मतभेद होगा तब तो जोड़ी बेमेल हो जाएगी। यह तो फिर चल नहीं पायेगा। 

Suggested News