पटना : बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने 7 अप्रैल को जानकारी दी थी कृषि कार्य के लिए 750 कर्फ्यू पास जारी किए गए हैं ताकि बिहार के किसान पंजाब हरियाणा से हार्वेस्टर ड्राइवर को बिहार लाकर गेहूं के कटनी करवा सकें. लेकिन मुख्य सचिव ने सारा कफ्यू पास कैंसिल कर दिया और पंजाब, हरियाण और यूपी के हार्वेस्ट ड्राइवरों को 14 दिनों के क्वारेंटाइन करने के निर्देश दे दिया है.
मुख्य सचिव के इस आदेश के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है. बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाया है. रामकृपाल यादव ने कहा है कि ऐसे अब किसान अब क्या करेंगे. उनके फसलों की कटाई कैसे होगी? सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए रामकृपाल यादव ने कहा कि किसानों ने लाखों खर्च कर ड्राइवरों को बुलाया है और अब सरकार कह रही है कि इन्हें वापस भेद दो ऐसे में किसानों के सामने बड़ी समस्या आ जाएगी.
बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने सरकार के इस फैसले को लेकर डिप्टी सीएम सुशील मोदी, कृषि मंत्री प्रेम कुमार को किसानों की समस्या से अवगत करवाया है.रामकृपाल यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी अनुरोध किया है कि किसानों के समस्या का हल निकाला जाय. यह सही है कि महामारी एक्ट के तहत बाहर से आये किसी भी व्यक्ति को 14 दिन कोरेनटाइन करने की जरूरत हैं.
नियम तो मानना है परन्तु खेतों में लगे गेंहू का क्या होगा और उसका आर्थिक नुकसान जो किसानों को होगा उसकी भरपाई कैसे होगी, इसपर भी विचार किये जाने की जरूरत है.