PATNA: बिहार में अपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दिन ही अपराधियों ने पत्रकार के घर में घुस कर उसकी हत्या कर दी थी। जिसके बाद से ही बिहार में राजनीतिक बयान बाजी का दौर शुरू हो गया है। एक ओर भाजपा के द्वारा राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की खत्मा की बात कर रही है तो वहीं जदयू बार बार लॉ एंड ऑर्डर बरकार होने का दावा कर रही है। इसी कड़ी में पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के राजद से मिलाने के कारण राज्य में अपराधियों और माफिया तत्वों का दुस्साहस चरम पर है। यह सरकार गवाहों की भी रक्षा नहीं कर पा रही है।
उन्होंने कहा कि जो सरकार शराब-बालू माफिया की पोलिटिकल फंडिंग से चल रही हो, वह उन पर कार्रवाई कर भी नहीं सकती। पिछले तीन दिनों के भीतर राज्य में रानीगंज ( अररिया) के पत्रकार विमल यादव और बेगूसराय के रिटायर्ड टीचर जवाहर चौधरी सहित आधा दर्जन गवाहों की हत्या कर दी गई। पूर्णिया में जमीन के विवाद में गवाही देने जा रहे आदिवासियों के वाहन को टक्कर मारी गई, जिससे चार लोगों की मौत हो गई।
मोदी ने कहा कि गया में बालू माफिया के लोगों ने पुलिस पर हमला किया, जिससे एसएचओ सहित चार जवान जख्मी हुए। तुष्टीकरण वाली सरकार में पशु तस्करों का मन इतना बढ़ गया है कि इन लोगों ने समस्तीपुर में दरोगा की गोली मार कर हत्या कर दी। पूर्वी चम्पारण में ठेकेदार को गोलियों से भून दिया गया।
उन्होंने कहा कि बिहार की कानून-व्यवस्था चौपट हो रही है, लेकिन सरकार के प्रवक्ता दुनिया भर के मनमाने आँकड़े पेश कर थथरोलॉजी कर रहे हैं। वहीं जदयू के द्वारा बार बार राज्य में कानून व्यवस्था के बेहतर होने और भाजपा को मणिपुर को देखने की सलाह दे रही है।