PATNA : ओबीसी वोटरों को पाले में लाने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है । फरवरी महीने की 15-16 तारीख को बीजेपी ओबीसी मोर्चा गांधी मैदान में राष्ट्रीय अधिवेशन करेगी। अधिवेशन में पूरे देश के ओबीसी के नेता शिरकत करेंगे। अधिवेशन का उद्घाटन 15 फरवरी को गृह मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। वही 16 फरवरी को समापन सत्र में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शिरकत करेंगे।
अधिवेशन को लेकर कई बार कार्यक्रम में बदलाव होते रहा है। पहले दो दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन खुला अधिवेशन की तैयारी चल रही थी, इसी बीच 3 मार्च को बीजेपी की गांधी मैदान में होने वाली बड़ी रैली को लेकर अधिवेशन को छोटा करने पर सहमति बनी। अब फिर से कार्यक्रम में बदलाव कर दो दिवसीय किया गया। पहले दिन उद्घाटन कार्यक्रम में गृह मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे। वहीं दूसरे दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भाग लेंगे।
पिछड़े वोटरों पर बीजेपी की नजर
बिहार में पिछड़े वोटरों को लालू के हाथों से निकालने के लिए बीजेपी जी-तोड़ मेहनत कर रही है। बीजेपी का खुला अधिवेशन को बिहार में कराने के पीछे पार्टी की मंशा साफ है। पार्टी के अंदरखाने में यह चर्चा है कि बिहार के पिछडे वोटरों का हाल के दिनों में पार्टी से नाराजगी बढ़ी है। खासकर उपेन्द्र कुशवाहा के एनडीए छोड़ने से उस समाज के वोटरों का बीजेपी से दूरी बढी है। लिहाजा अतिपिछडा सम्मेलन के माध्यम से मैसेज देने की कोशिश है।
बीजेपी प्रदेश कार्यालय मे तैयारी समिति की बैठक
बीजेपी अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के अधिवेशन को लेकर गुरूवार को प्रदेश बीजेपी कार्यालय में तैयारी को लेकर बैठक हुई। बैठक में ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधा यादव ,यूपी के मंत्री दारा सिंह शामिल हुए। दारा सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने अतिपिछड़ा समाज के लिए कई काम किए हैं। पिछडा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर बीजेपी की सरकार ने एतिहासिक काम किया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावे कई अन्य काम भी किए हैं।लिहाजा बिहार के ओबीसी वर्ग के लोग भी बीजेपी के साथ हैं और आगे भी रहेंगे।