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भाजपा अध्यक्ष की चेतावनी, राजनीति में दूसरों के सहारे रोटियां न सेंके विपक्ष, आंदोलित छात्रों को भी दी नसीहत

भाजपा अध्यक्ष की चेतावनी, राजनीति में दूसरों के सहारे रोटियां न सेंके विपक्ष, आंदोलित छात्रों को भी दी नसीहत

पटना. बिहार में छात्रों के आंदोलन के बहाने विपक्षी दलों की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार हमला किया जा रहा है. विपक्षी दलों की इस राजनीति पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कटाक्ष किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, राजनीति में दूसरों के सहारे रोटियां सेकने का एक अलग तौर तरीका है। माननीय रेल मंत्री ने एक उचित एवं सही निदान निकाल दिया है और सभी को अपनी बातें रखने का मौका दिया। फिर भी बिहार के कुछ राजनीतिक दल अब बच्चों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। मेरा छात्रों से निवेदन होगा कि वह इनके एजेंडे में ना पड़कर अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें। 

उन्होंने लिखा कि 3 दिन पहले मेरी कंपटीशन में भाग लेने वाले बच्चों से विस्तृत चर्चा हुई। कुछ बातों पर उनका ऐतराज़ मुझे ठीक भी लगा और मैंने माननीय रेल मंत्री श्री अश्वनी वैष्णव जी से सीधी बात की। फैसल खान जी से अर्थात खान सर से भी मेरी चर्चा 3 दिन पहले इस पूरे परीक्षा के बारे में हुई थी और उन्होंने जो सुझाव दिया था वह भी मैंने माननीय रेल मंत्री को बता दिया । संजय के अनुसार माननीय रेल मंत्री जी ने एक अच्छा फैसला लिया है। सभी छात्रों को उनका साथ देना चाहिए। किसी भी कंपटीशन का बेसिक प्रिंसिपल है कि हर छात्र को परीक्षा में एक बराबर मौका मिले। अगर कम दिनों में परीक्षा होगी तो वह भी सभी छात्रों के लिए एक बराबर समय है। हां इसका एक नुकसान जरूर था कि कोई भी छात्र अपने घर पर ही तैयारी करता। अब कोचिंग संस्थान आराम से कुछ महीनों तक बच्चों से फीस बटोर सकते हैं।


उन्होंने लिखा कि जब हम सब छात्र थे तब भी परीक्षा से 2 दिन पहले तक यह जरूर ध्यान में रहता था कि हमारी तैयारी पूरी नहीं है और लास्ट डेट बढ़ जाता। कुछ बच्चे इस नाटक को शुरू करते थे कि परीक्षा का डेट बढ़ा दिया जाए और पढ़ने वाले भी चाहे अनचाहे इसमें शामिल हो जाते थे। इसका नतीजा यह हुआ कि पटना मेडिकल कॉलेज में जो एमबीबीएस साढ़े 4 वर्षों में समाप्त होना चाहिए था वह 7 वर्ष हो गया। उन्होंने लिखा कि करोना काल के कारण रेलवे भर्ती परीक्षा में काफी विलंब हो गया था ।सरकार इस निर्णय को जल्दी परीक्षा लेकर सुधारना चाहती थी पर छात्रों की मांग को देखते हुए एक पूरा रिव्यू पैनल बना है। मेरा आरआरबी के चेयरमैनों से अनुरोध होगा कि जितना शीघ्र हो सके वह सुनवाई करें और एक निष्कर्ष पर सरकार को पहुंचाने में मदद करें जिससे परीक्षा शीघ्र हो सके ।

छात्रों से अपील करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने लिखा कि छात्रों से भी मेरा अनुरोध है कि जब उनकी सभी बातों को खुद रेल मंत्री ने ध्यान से समझ कर निदान के तरफ उचित कदम बढ़ा दिया है तो कृपया कोई ऐसा काम ना करें जिससे आपका भविष्य संकट में पड़ जाए। अश्वनी वैष्णव जी ने खुद यूपीएससी क्वालीफाई किया था और आईएएस ऑफिसर थे। मैं अथवा अश्वनी वैष्णव जिन्होंने जीवन में कंपटीशन पास कर एक मुकाम हासिल किया है वह आपका दर्द अच्छे से समझते हैं। जिनकी नेतागिरी 20 वर्ष पहले हत्या, अपहरण और बूथ लूटने से ही चलती थी वह आपका केवल लाभ उठाएंगे और आपके भविष्य को खतरे में डालेंगे।


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