पटना. भाजपा बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने रविवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक में मत्स्यजीवी सोसायटी के मंत्री और निषाद समाज के लोगों से मुलाकात की। साथ ही जायसवाल ने इन लोगों की समस्या सुनकर उनके समाधान में हरसंभव सहयोग देने का भरोसा दिया है। इस दौरान जायसवाल ने मुकेश सहनी को कड़ी चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी अपने आदेश को निरस्त करें या फिर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। मामले को लेकर संजय जायसवाल ने फेसबुक पर एक पोस्ट भी लिखा है।
संजय जायसवाल का फेसबुक पोस्ट
'माननीय मंत्री जी ने मत्स्यजीवी सोसायटी के मंत्री पदों को समाप्त कर दिया और इसके बदले एक कार्यकारिणी का निर्माण कर दिया, जिसका प्रबंधन एक सरकारी पदाधिकारी के हाथों में है। अर्थात मछुआरा समाज के लोगों को उनके हक से वंचित कर एक अफसर को प्रबंधक के रूप में इनका मालिक बना दिया गया है। मैं इसकी कड़ी भर्त्सना करता हूँ।'
आज्ञा को निरस्त करें, नहीं तो आगे उनपर कार्रवाई होगी
आगे उन्होंने लिखा है कि मत्स्यजीवी समाज के लिए जितना नुकसान कैबिनेट मंत्री ने किया है, उतना नुकसान पहले कभी नहीं हुआ था। परंपरागत मत्स्यजीवी के मापदंड में ओपन आवेदन हो रहे हैं। जबकि मछुआरा कोऑपरेटिव सोसाइटी का सदस्य हमेशा परंपरागत मत्स्यजीवी समाज का होना चाहिए।
जायसवाल ने आगे लिखा है कि मेरी सहकारिता मंत्री सुभाष सिंह जी से बात हुई है। उन्होंने मुझे बताया है कि पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री जी को अभी तक पांच बार पत्र भेजा जा चुका है कि कृपया परंपरागत मछुआरा समाज को परिभाषित करें, पर उन्होंने आज तक इसका जवाब नहीं भेजा है।