मदरसों में डिग्री कॉलेज खोलने के नीतीश की योजना पर भाजपा का वार, जायसवाल ने पूछा- बिहार के कॉलेजों की बेहाली पर सवाल

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के मदरसों में डिग्री कॉलेज खोलने की बात करते हैं. लेकिन, बिहार के किसी कालेज में स्ट्रेंथ के हिसाब से प्रोफेसर नहीं है. नीतीश सरकार पर यह आरोप भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने लगाया है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि नीतीश कुमार इन दिनों समाधान यात्रा पर हैं लेकिन उनकी यह यात्रा सिर्फ समय पास यात्रा है. उनकी इस यात्रा से बिहार का कोई भला नहीं होगा. मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दोनों ही बिहार घूमकर सिर्फ बिहार की समस्या को बढ़ा रहे हैं. एक गांव को 15 दिन पहले रंग रोगन कर सजाया जाता है. मुख्यमंत्री उसी को पूरे बिहार का विकास समझ लेते हैं. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों मिलकर बिहार को बर्बाद कर रहे हैं.
उन्होंने नीतीश सरकार पर राज्य में खाद की कालाबाजारी को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया. जायसवाल ने एक सूची जारी करते हुए दावा किया कि बिहार में यूरिया, डीएपी और अन्य प्रकार के उर्वरक की जो मांग थी उसके अनुरूप केंद्र ने आपूर्ति की है. लेकिन, राज्य में उर्वरक की कालाबाजरी होने से किसानों को उर्वरक की कमी का सामना करना पड़ रहा है. नीतीश ने कृत्रिम तरीके से राज्य में खाद संकट पैदा किया है.
जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के एक कथित बयान का हवाला देते हुए जायसवाल ने कहा कि ललन ने कहा है कि वे बिहार में गंगा नदी में जलमार्ग बनने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है बल्कि बिहार सरकार का काम ही विरोध करना है. इनको एयरपोर्ट बनाने के लिए जमीन नहीं देना है. सड़क बनाने के लिए जमीन नहीं देती है. उस पर अगर केंद्र सरकार कुछ करे तो उसका विरोध करना है . उन्होंने कहा की ललन सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र मुंगेर में टाल के इलाकों में कोई काम नहीं किया है.
बिहार में परीक्षाओं में पेपर लीक की घटना को बेहद गंभीर बताते हुए संजय जायसवाल ने कहा कि न सिर्फ बिहार बल्कि उत्तर प्रदेश में भी पेपर लीक हुआ तो नालंदा का व्यक्ति पकड़ा गया. योगी सरकार ने घोषणा की है कि जिसने पेपर लीक किया उस पर रासुका लगाया जाएगा. नीतीश कुमार बिहार घूमने का पर्यटन छोड़ छात्रों के भविष्य की चिंता करें.