PATNA : मध्य प्रदेश में यादव समाज से आनेवाले मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है। माना जा रहा है बीजेपी आलाकमान के इस फैसले का असर बिहार और यूपी में भी देखने को मिलेगा, जहां यादव समाज का बड़ा वोट बैंक है। मोहन यादव को सीएम बनाकर यादव समाज के वोट बैंक को अपनी अपनी तरफ करना चाहती है। लेकिन बिहार सरकार के मंत्री जितेंद्र राय ऐसी किसी संभावना से साफ करते हैं। उनका कहना है कि एमपी में यादव को मुख्यमंत्री बनाने का कोई फायदा बीजेपी को बिहार में नहीं मिलेगा। क्योकि यहां पहले से ही यादव समाज का एक सर्वमान्य नेता है, वह है तेजस्वी यादव। इसलिए यादव किसी और की तरफ नहीं देखेंगे।
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री जितेंद्र राय ने कहा कि ऐसा नहीं है कि बिहार में पहले बीजेपी ने किसी यादव को खड़ा करने की कोशिश नहीं की। लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ। क्योंकि यहां लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव सर्वमान्य नेता हैं।
जिंतेंद्र राय ने कहा कि जहां तक पांच राज्यों में बीजेपी को मिली जीत की बात है तो वहां हर पांच साल में सरकार बदलती है, इसलिए कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा, जबकि बिहार में ऐसा नहीं है। विधानसभा चुनाव लोकल मुद्दे पर होते हैं. जबकि लोकसभा चुनाव देश के बड़े मुद्दे पर होते हैं। इसलिए दोनों चुनाव की तुलना नहीं की जा सकती है।
बता दें बीजेपी ने पहले छत्तीसगढ़ में पिछड़ी जाति से आनेवाले विष्णुदेव साय को सीएम बनाने की घोषणा की, वहीं मध्य प्रदेश में हैरान करते हुए 18 साल से सीएम की गद्दी संभाल रहे शिवराज चौहान की जगह मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया है।