PATNA : केन्द्रीय मंत्री और रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा के चावल , दूध और खीर वाले बयान पर अब भाजपा ने खरी- खरी सुना दी है। भाजपा प्रदेश नित्यानंद राय ने कहा कि दूध और चावल किसी जाति विशेष का नहीं होता। ये पूरे देश का है और इसका उत्पादन सभी जाति और समुदाय के लोग करते हैं।
क्या कहा था कुशवाहा ने
कल उपेन्द्र कुशवाहा ने सियासत के रसोईघर में लजीज ‘खीर’ बनाने का तरीका बताया था। उन्होंने सियासी खीर को बनाने के लिए यह भी बताया था कि दूध, चावल, चीनी, पंचमेवा, तुलसीदल किस- किस जाति के घर से आएगा। लेकिन उनके बयान का एक ही हिस्सा चर्चा में आया कि यदुवंशी के दूध और कुशवंशी के चावल से स्वादिष्ट खीर बनेगी। फिर तो अटकलें तेज हो गयीं कि कुशवाहा राजद के पाले में जाने की तैयारी कर रहे हैं। जब कि हकीकत ये थी कुशवाहा के खीर में यदुवंशी, कुशवंशी, पिछड़े, दलित के साथ ब्राह्मण को भी जोड़ा गया था।
भाजपा ने कुशवाहा को दिया जवाब
जब उपेन्द्र कुशवाहा के बयान पर राजनीतिक सरगर्नी तेज हो गयी तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने खीर के जातीय फारमूले को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि दूध और चावल किसी जाति विशेष की पहचान नहीं है। पूरे देश में कई जाति और समुदाय के लोग इसका उत्पादन करते हैं। अब देश में जाति की नहीं बल्कि जमात की बात होनी चाहिए। नित्यानंद राय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी विकसित भारत की ओर अग्रसर हैं। वे अटल जी के सपने को पूरा कर रहे हैं।