पटनाः बिहार बीजेपी ने साफ कर दिया है कि विधान परिषद चुनाव में मुकेश सहनी की पार्टी को एक भी सीट नहीं देंगे। भाजपा ने कहा है कि मुकेश सहनी एनडीए गठबंधन के सहयोगी हैं। इस लिहाज से उन्हें विधान परिषद में तो भेजा ही गया है। वैसे भी वे विधान परिषद चुनाव में कभी साथ मिलकर लड़े नहीं हैं। बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने बीजेपी दफ्तर में पत्रकारों से बातचीत में ये बातें कही.
हमने उन्हें विधान पार्षद बनाया-तारकिशोर
डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि विधान परिषद का चुनाव हमलोग साथ मिलकर लड़ेंगे। वीआईपी के साथ मिलकर हमलोग कभी विप का चुनाव लड़े ही नहीं हैं। हमलोगों ने उल्टे उन्हें विधान परिषद भेजने में सहयोग किया है। क्यों कि मुकेश सहनी हमारे गठबंधन के सहयोगी हैं। विधानसभा चुनाव में हमलोगों ने उन्हें 11 सीटें दी थी। गठबंधन में न कभी भीख होता है और डील। सबलोग साथ मिलकर काम करते हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि बीजेपी कोर कमिटी की बैठक होते रहती है। बीजेपी सत्ता पक्ष के सबसे बड़े दल के रूप में है। हमलोगों ने बैठक में मंथन किया है कि सरकार बेहतर कैसे चले,विकसित बिहार कैसे बने इस पर चर्चा की।
खुद भी विस चुनाव हार चुके हैं मुकेश सहनी
बता दें, मुकेश सहनी 2020 विधानसभा चुनाव में एनडीए के साथ चुनाव लड़े थे। सीट बंटवारे में बीजेपी ने वीआईपी को 11 सीटें दी थी। मुकेश सहनी भी विस का चुनाव लड़े लेकिन उनकी करारी हार हो गई। इसके बाद बीजेपी कोटे से उन्हें विधान परिषद भेजा गया। अब वीआईपी ने स्थानीय निकाय की 24 सीटों में अपनी हिस्सेदारी की मांग कर दी है। हालांकि बीजेपी ने मुकेश सहनी की मांग को सिरे से खारिज कर दिया है।