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आरसीपी को राज्यसभा भेजेगी बीजेपी, हो गई है पूरी तैयारी, जानिए जदयू के पूर्व अध्यक्ष को लेकर क्या है पूरी प्लानिंग

आरसीपी को राज्यसभा भेजेगी बीजेपी, हो गई है पूरी तैयारी, जानिए जदयू के पूर्व अध्यक्ष को लेकर क्या है पूरी प्लानिंग

PATNA : केंद्र में जदयू के इकलौते केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह फिर से राज्यसभा जाएंगे या नहीं। इसको लेकर अब तक असमंजस की स्थिति है। जदयू की तरफ से अब तक इस पर सस्पेंस बनाए रखा गया है। वहीं इन सबके बीच यह खबर सामने आ रही है कि आरसीपी सिंह को लेकर भाजपा ने जदयू को बड़ा ऑफर दिया है। बताया जा रहा है कि आरसीपी के लिए भाजपा अपने कोटे की एक सीट जदयू को देने को तैयार है। लेकिन इसके साथ कुछ शर्तें भी उन्होंने लगाई है। अगर इन शर्तों को जदयू नेतृत्व मान लेता है तो आरसीपी का फिर से राज्यसभा जाने का रास्ता साफ हो सकता है।

क्या है पूरी स्थिति

वर्तमान में राज्यसभा के पांच सीटों के लिए चुनाव होने हैं। इनमें दो सीटें राजद के हिस्से में चली गई है। राजद ने इन दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है, उनके नामांकन भी कर लिया गया है। वहीं बची हुई तीन सीटों में दो सीटें भाजपा और एक सीट जदयू के कोटे की है। जिनमें अब कहा जा रहा है कि बीजेपी अपने कोटे की एक सीट जदयू को देने को तैयार है। लेकिन शर्त यह है कि इस सीट पर आरसीपी सिंह को ही उम्मीदवार घोषित किया जाए। 

यह है बीजेपी की प्लानिंग

दरअसल बीजेपी के इस ऑफर के पीछे बड़ी प्लानिंग है। राज्य सभा की अपने कोटे एक सीट जदयू को देकर भाजपा विधान परिषद में अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश में है। अगले माह विधान परिषद की सात सीटों पर चुनाव होना है। जिनमें चार सीटें एनडीए को मिल सकती है। भाजपा की कोशिश है कि इन चार सीटों में तीन सीटें उन्हें मिले। यह तभी संभव हो सकता है, जब जदयू का पूरा सहयोग उन्हें मिले। 

विधायकों की संख्या के हिसाब से भाजपा को दो और जदयू को एक सीट मिलेगी। किंतु भाजपा को राज्यसभा की दो सीटों के लिए जदयू से अतिरिक्त पांच वोटों की जरूरत होगी तो विधान परिषद में तीन सीटों के लिए अतिरिक्त 16 वोट चाहिए। भाजपा का प्रयास विधान परिषद में अधिक सीटें प्राप्त करने का है, जो जदयू के सहयोग के बगैर संभव नहीं है। 

 दोनों पार्टियों को है एक दूसरे की जरुरत

राजग में दिल्ली से पटना तक भाजपा का जदयू अब इकलौता मजबूत साझेदार है। यही वजह है कि भाजपा हर हाल में जदयू के साथ गठबंधन बरकरार रखना चाहती है। राष्ट्रीय स्तर इसका बड़ा महत्व भाजपा देख रही है। वहीं, जदयू भी इस बात को अच्छे से समझ रहा है। इस वजह से पूरी तरह तोल-मोल कर भाजपा बिहार में राजग को बरकरार रखना चाहती है। इसमें जदयू के हिस्से से राजग में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम की भूमिका भी खास रहने की चर्चा है


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