MUZAFFARPUR : आज बोचहाँ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव कराये जा रहे हैं। वीआईपी की टिकट पर चुनाव जीते मुसाफिर पासवान के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। हालाँकि कई लोगों का कहना है की जनप्रतिनिधि चुनाव जीतकर जाने के बाद अपने वादे को भूल जाते हैं। जिसकी वजह से कई इलाकों का अभी तक विकास नहीं हो पाया है। लेकिन इसके बाद वोट डालना उनकी मज़बूरी है।
मामला मुशहरी प्रखंड के डुमरी पंचायत का है। जहां मनिकपुर गांव के लोगों को वोट देने के लिए भी गंडक नदी को पार कर जाना पड़ता है। क्योंकि वर्षों से गंडक नदी पर कोई कुल नहीं होने के कारण नाव ही एकमात्र सहारा बच जाता है।
डुमरी पंचायत के रहने वाली आशा कार्यकर्ता ने बताया कि हर बार सिर्फ वादे किए जाते हैं की पुल बना दिया जाएगा। लेकिन पुल के जगह अप्रैल फूल बना दिया जाता है। फिर भी जनता अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटती है। जनता तो वोट करती ही है। लेकिन जीतने के बाद जनप्रतिनिधि के द्वारा इस क्षेत्र को पूरी तरह से इग्नोर कर दिया जाता है। जनता की शिकायत के बाद भी इस मामले का कोई निपटारा नहीं किया जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में जान जोखिम में डालकर वोट देना विवशता और लाचारी के अलावा कुछ नहीं है।
मुजफ्फरपुर से गोविन्द की रिपोर्ट