N4N DESK : भारत को विभिन्नताओं का देश कहा जाता है। यहां अलग अलग भाषा, वेश भूषा और संस्कृति के लोग रहते हैं। हालाँकि देश के अनेकता में एकता की मिसाल दी जाती है। लेकिन संस्कृतियों की बात करें तो उत्तर और दक्षिण भारत के बीच भाषा और संस्कृति का काफी अंतर है। इसके बावजूद अब दक्षिण भारत के राज्य तमिलनाडु में लिंगानुपात की वजह से लड़कों के लिए यूपी और बिहार में दुल्हन की तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है की तमिलनाडु में विवाह योग्य 10 ब्राह्मण लड़के हैं तो विवाह योग्य केवल 10 लडकियां मौजूद हैं।
इस वजह से तमिलनाडु में करीब 40 हज़ार ब्राह्मण लड़कों की शादी नहीं हो पा रही है। सबसे ज्यादा परेशानी मध्यम वर्ग, निम्न मध्यम वर्ग और गरीब ब्राह्मण को उठानी पड़ रही हैं। इसका हल निकालने के लिए तमिलनाडु ब्राह्मण एसोसिएशन (थंब्रास) ने एक अभियान की शुरुआत की है। जिसके तहत दिल्ली, लखनऊ और पटना में जल्द ही समन्वयकों की नियुक्ति की जाएगी। जो इन जगहों पर दुल्हन की तलाश करेंगे।
तमिलनाडु ब्राह्मण एसोसिएशन के अध्यक्ष एन नारायणन ने बताया कि हमने अपने संगम की ओर से एक विशेष अभियान शुरू किया है, जो लोग हिंदी में पढ़, लिख और बोल सकते हैं, उन्हें यहां संघ के मुख्यालय में समन्वय की भूमिका निभाने के लिए नियुक्त किया जाएगा। दुल्हन ढूंढने के लिए लखनऊ और पटना में संपर्क किया गया हैं। इस अभियान का कुछ ब्राह्मणों ने स्वागत किया है तो कुछ ने अलग विचार भी व्यक्त किए हैं। हालाँकि उत्तर भारत के लड़कियों के दक्षिण भारत में विवाह करना किसी चुनौती से कम नहीं हैं। दोनों जगहों के भाषा और रहन सहन में अंतर होने से कई मुश्किलें सामने आ सकती हैं।