PATNA : मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की सरकारी महकमे में जबरदस्त पैठ थी। सरकारी अधिकारियों के साथ अपनी जबरदस्त पहुंच की बदौलत उसने अपनी राजदार मधु को एड्स एवं एचआइवी के कार्यक्रम एवं नीति बनाने के लिए गठित बिहार राज्य एड्स काउंसिल का सदस्य बनवा दिया था। यह बात बालिका गृह कांड मामले में चल रहे जांच के दौरान सामने आई है।
बताया जा रहा है कि जैस-जैसे जांच की कड़ी आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे ब्रजेश ठाकुर के रसूख और उसकी पहुंच के राज सामने आ रहे है। ब्रजेश की राजदार मधु एड्स एवं एचआइवी के कार्यक्रम एवं नीति बनाने के लिए गठित बिहार राज्य एड्स काउंसिल की सदस्य है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली काउंसिल में एक दर्जन से अधिक विभागों के प्रधान सचिव सदस्य हैं।
बताया जा रहा है कि तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री एवं राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी के दो अफसरों के सहयोग से ब्रजेश अपने चहेती को सदस्य बनवाने में कामयाब रहा। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) के निर्देश पर अक्टूबर 2013 में काउंसिल गठित की गई। मुख्य सचिव काउंसिल के अध्यक्ष बने। विकास आयुक्त समेत शिक्षा, पंचायती राज, गृह, श्रम संसाधन, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, परिवहन, समाज कल्याण, ग्रामीण विकास, सूचना व जनसंपर्क, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव या सचिव, स्वास्थ्य सेवाएं के निदेशक और सोसाइटी के परियोजना निदेशक सदस्य बनाए गए। इसके साथ पांच स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधि सदस्य बनाए जाने थे।
ब्रजेश ने स्वास्थ्य विभाग और बिहार राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी के अफसरों के सहयोग से वामा शक्ति वाहिनी की अध्यक्ष मधु के साथ दो अन्य को सदस्य बनवा दिया।मधु को हटाने की दिशा में अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वह अभी भी सदस्य है।