PATNA: बिहार में STET की मेरिट लिस्ट सरकार के लिए सिरदर्द बन गया है। जिसमें सरकार अपने ही बयान को लेकर बुरी तरह से घिर गई है। मंगलवार को हजारों की संख्या में अभ्यर्थी पटना पहुंच गए और शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव कर दिया। इस दौरान अभ्यर्थी वीवीआईपी जोन में पहुंच गए और हंगामा किया। जिसके फलस्वरूप पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर जमकर लाठियां चटकाई, जिसके बाद यहां भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसी हंगामे और अराजक स्थिति पैदा करने पर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कड़ी निंदा की और STET-2019 के संदर्भ में कई बातें साफ की।
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने अपने बयान में कहा कि STET अभ्यर्थियों को कुछ लोगों के द्वारा गुमराह किया जा रहा है। अभ्यर्थी किसी के बहकावे में नहीं आए, गुमराह ना हो। मैनें पहले भी कहा है और दोबारा साफ कर रहा हूं कि STET अभ्यर्थियों की पात्रता हमेशा बरकरार रहेगी। STET की परीक्षा जितने लोगों ने भी पास की है, वह सभी शिक्षक बहाली के लिए आवेदन देने के लिए हकदार हैं। वहीं मेरिट लिस्ट को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो मेरिट लिस्ट पहले निकाली गयी थी, वह पात्रता की मेरिट लिस्ट थी, नियुक्ति की मेरिट लिस्ट नहीं थी। अभ्यर्थी किसी बहकावे में ना आए और किसी दूसरे कारण कोई विवाद पैदा ना करें। इसका निकसान उन्हें ही उठाना पड़ सकता है। विजय चौधरी ने कहा कि नियोजन इकाईवार मेधा सूची बनाई जाएगी, जिसके बाद शिक्षकों की नियुक्ति होगी। सातवें चरण की नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ होगी, तब इन अभ्यर्थियों की उसमें नियुक्ति होगी।