KATIHAR : बीते चार अप्रैल को कटिहार में राजद नेता निर्मल बूबना की हत्या को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने हत्या के मामले में लाइनर सहित तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो लोग अब तक फरार है। पुलिस के अनुसार राजद नेता की हत्या के लिए मुंगेर से प्रोफेशनल किलर को बुलाया गया था, जिन्होंने राजद नेता पर उनके ही घर के बाहर एक के बाद एक 27 गोलियां मारी थी। इस हत्या को लेकर खुद राजद प्रमुख तेजस्वी यादव ने भी कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे। फिलहाल पुलिस मामले में हत्या की साजिश आपसी विवाद में शंकर यादव द्वारा हत्या के साजिश रची गई थी।
विवाद है हत्या का कारण
हत्याकांड में जो खुलासा सामने आए हैं उसमें बताया जा रहा है कि भाड़े के मकान पर रहने वाले शंकर यादव और उनके पिता से पिछले कुछ दिनों पहले निर्मल बूबना से विवाद हुआ था इसी पर मूल रूप से मुंगेर के रहने वाले शंकर यादव ने प्रोफेशनल शार्प शूटरों की सहायता से इस घटना को अंजाम दिया था।
नशे की दवा खाकर मारी थी गोली
घटना में शामिल प्रोफेशनल किलर अजय मंडल ने मीडिया के समक्ष बताया कि शंकर यादव ने 10 से 20 लाख एक काम होने की बात कह कर उन लोगों को इस घटना को अंजाम देने के लिए बुलाया था और उन लोगों ने नशे की दवा सेवन कर इस घटना को अंजाम दिया है। हालांकि सुपारी के तौर पर कितना पैसा मिला था इस सवाल पर घटना को अंजाम देने वाले आरोपी अजय अब तक पेमेंट नहीं मिलने की बात कह रहे हैं।
हत्या के बाद पेट्रोल पंप पर भी की थी लूट
आरक्षी अधीक्षक ने पूरे कांड का खुलासा करते हुए कहा कि निर्मल बुबना की हत्या के बाद उसी दिन अपराधियों ने बगल के ही एक पेट्रोल पंप में दो लाख की लूट की घटना को अंजाम दिया था और वहीं से लगे सीसीटीवी से पुलिस को मामले की सुराग मिला था, जिसके आधार पर पुलिस पूरे मामले को सुलझाते हुए तीनों को गिरफ्तार किया है जबकि इस कांड में शामिल और दो अपराधिक के गिरफ्तारी शेष है, आरक्षी अधीक्षक ने कहा कि घटना के पीछे कोई राजनीतिक वजह नहीं रही है पूरी तरह आपसी विवाद के कारण इस घटना को अंजाम दिया गया है, बताते चलें 3 अप्रैल को देर शाम निर्मल बुबना को उनके घर के पास ही लगभग 2 दर्जन से अधिक गोली मारकर हत्या कर दिया गया था।
तेजस्वी के करीबी थे निर्मल बूबना
बता दें कि निर्मल बूबना तेजस्वी यादव के करीबी थे। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले निर्मल बूबना की पिछले विधानसभा चुनाव में कदवा विधानसभा से चुनाव लड़ने की चर्चा उनके राजनीतिक कद को पूरे जिले में सुर्खियों में ला दिया था। हालांकि गठबंधन के तहत वह सीट फिर से एक बार कांग्रेस के कोटे में ही रहने के कारण विधानसभा चुनाव लड़ने की उनका सपना पूरा नहीं हो पाया था, निर्मल बुबना के बारे में क्षेत्र के लोग एक अच्छे व्यवसाई के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी जानते हैं, सलमारी थाना क्षेत्र के काली मंदिर के पास रहने वाले निर्मल अक्सर अपने सामाजिक कार्यों के कारण काफी लोकप्रिय थे।
पुलिस के लिए उपलब्धि के साथ चिंता की बात
निर्मल बुबना के हत्याकांड का खुलासा निश्चित तौर पर पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है लेकिन अगर अब इस छोटे कस्बाई इलाके में भी इस तरह के घटना को अंजाम देने के लिए भाड़े की अपराधियों की बात सामने आने लगे तो निश्चित तौर पर अपराध को रोकने के लिए सरकार को नई पहल से विचार करना चाहिए ताकि इस तरह के वारदात पर अंकुश लगाया जा सके।