NEW DELHI/PATNA : बिहार में पिछले कुछ दिनों से भाजपा को छोड़ तमाम राजनीतिक दलों द्वारा एक सुर में जातिगत जनगणना की मांग की जा रही है। इनमें पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हम भी शामिल है। इसी मांग को लेकर आज हम पार्टी के विधायक और बिहार सरकार में मंत्री संतोष सुमन मांझी नई दिल्ली गए थे। जहां उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की है। उम्मीद की जा रही थी कि वह प्रधानमंत्री से मिलकर देश में जातिगत जनगणना की मांग करेंगे। लेकिन प्रधानमंत्री से मिलने के दौरान इस तरह की कोई मांग जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी की तरफ से की गई है। इस बात की जानकारी खुद संतोष मांझी ने न्यूज4नेशन संवाददाता से साथ बातचीत के दौरान दी।
संतोष मांझी ने कहा कि बिहार के विकास के लिए हमारे अध्यक्ष ने कुछ बिंदूओं पर चर्चा करने के लिए कहा था, जिस पर चर्चा की गई है। उन्होंने जातिगत जनगणना की मांग को लेकर पीएम से कोई बात नहीं की गई है। संतोष मांझी ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीबों की समस्या को अच्छी तरह से समझते हैं। वह उसके लिए जरुरी कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा नीजि क्षेत्र में आरक्षण की मांग की गई है, जिस पर पीएम ने विचार करने का भरोसा दिया है।
नीतीश को पीएम मटेरियल मानने पर साधी चुप्पी
इस दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार पीएम मटेरियल बताए जाने को लेकर संतोष मांझी ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार में किसी प्रकार का मतभेद नहीं है। बता दें संतोष मांझी के बयानों के विपरीत उनके पिता जीतन राम मांझी नीतीश कुमार को पीएम मटेरियल बता चुके हैं।