BREKAING NEWS : कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने दिया इस्तीफा, नीतीश सरकार के काम पर सवाल उठाकर रहे थे चर्चा में

PATNA : बड़ी खबर इस वक्त राजधानी पटना से सामने आ रही है, यहां पिछले कई दिनों से लगातार अपने बयानों के कारण चर्चा में रहे कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने मंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि उन्होने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस बात की पुष्टि राजद प्रदेश अध्यक्ष व सुधाकर सिंह के पिता जगदानंद सिंह ने भी की है।

नीतीश सरकार  को नेता मानने से किया था इनकार

जितनी चर्चा सुधाकर सिंह के बयानों को लेकर हो रही थी, उतनी ही चर्चा अब उनके इस्तीफे को लेकर हो रही है। इस चर्चा का कारण है उनका डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पास इस्तीफा भेजना, न की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास। कैबिनेट के मुखिया होने के नाते नियमानुसार इस्तीफा मुख्यमंत्री के पास भेजा चाहिए था। लेकिन सुधाकर सिंह ने ऐसा नहीं किया। इसके पीछे एक कारण नीतीश कुमार से उनकी नाराजगी भी मानी जा रही है। वहीं दूसरी वजह कुछ दिन पहले दिए गए उस बयान में भी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके नेता लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव हैं. उनकी वजह से वह मंत्री बने हैं। उनके नेता नीतीश कुमार नहीं है। 

लगातार विवादों में रहे

सुधाकर सिंह जबस से बिहार के कृषि मंत्री बने थे, तबसे लगातार विवादों में घिरे रहे हैं। पहले उन पर सुशील मोदी ने राज्य सरकार का 12 करोड़ रुपया जमा नहीं करने का आरोप लगाया था। इसके बाद खुद सुधाकर सिंह ने अपने विभाग के सारे अधिकारियों और कर्मियों को चोर और खुद को चोरों का सरदार बताया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि उनके ऊपर और चोरों के सरदार बैठे हैं।

नीतीश कुमार को पहली बार मिला जवाब

इन बयानों के बाद जब नीतीश कुमार ने कैबिनेट मीटिंग में उनसे जवाब मांगा तो वह मीटिंग से उठकर चल दिए। साथ ही मीटिंग में 17 साल में पहली बार किसी मंत्री नीतीश कुमार को पलटकर जवाब दिया था। इसके बाद उन्होंने नीतीश कुमार के पूर्व में बनाए गए कृषि रोड मैप को लेकर ही सवाल उठा दिए थे। उन्होंने कहा कि कृषि रोड मैप के खराब होने के कारण ही बिहार में कृषि का विकास नहीं हो पा रहा है। सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार के मंडी व्यवस्था को खत्म करने का भी विरोध किया,  2006 में बंद हुए कृषि मंडी व्यवस्था को सुधाकर सिंह फिर से शुरू करने की बात कर चुके थे और इस पर काम भी शुरू हो गया था

दो माह में दूसरे मंत्री

नीतीश कुमार ने 9 अगस्त को राजद के साथ सरकार बनायी थी, तब से उनके कई मंत्रियों पर आरोप लग चुके हैं। इनमें सबसे बड़ा मामला विधि मंत्री बनाए गए कार्तिकेय सिंह को लेकर था। उन पर अपहरण केस में वारंट जारी होने की बात सामने आने के बाद विपक्ष के दबाव था, जिस कारण कार्तिकेय सिंह को कैबिनेट से इस्तीफा देना पड़ा था। अब मंत्री सुधाकर सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया है।

राजद को नुकसान

यहां यह भी ध्यान देने की आवश्यकता है कि बिहार कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले दोनों मंत्री राजद से जुड़े हुए हैं। ऐसे में कहीं न कहीं अब तेजस्वी यादव पर अपनी मंत्रियों को लेकर दवाब बढ़ गया है।