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नहीं थम रहा चमकी बुखार का कहर, बीमारी से मरने वाले बच्चों की संख्या पहुंची 80 के पार

नहीं थम रहा चमकी बुखार का कहर, बीमारी से मरने वाले बच्चों की संख्या पहुंची 80  के पार

MUZAFFARPUR :प्रदेश के तीन जिलों मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और शिवहर में चमकी बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीमारी से 15 दिनों के अंदर 83 बच्चों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को फिर 11 बच्चों की मौत हो गई। 

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय शुक्रवार AES पीड़ित बच्चों का हालचाल जानने आखिरकार मुजफ्फरपुर पहुंचे। स्वास्थ्य मंत्री ने एसकेएमसीएच का दौरा किया, जहां उन्होंने चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों के हालचाल की जानकारी ली।

अस्पताल का दौरा किये जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बच्चों के इलाज उनकी देखरेख पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि बीमार बच्चों का बेहतर ढंग से इलाज चल रहा है। बच्चों के हालत में सुधार हो रहा है।

उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने बताया है कि तकरीबन 27 बच्चों के हालत में बेहतर सुधार है और उन्हें कल शनिवार तक डिस्चार्ज कर दिया जायेगा।

मंगल पांडेय ने कहा कि इस बीमारी को लेकर सरकार भी चिंतित है। बीमारी की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे है। एसकेएमसीएच को 6 अतिरिक्त एंबुलेंश उपलब्ध करा दिये गये है। ये एंबुलेंस 24 घंटे कार्यरत रहेगा। जहां भी इस बीमारी बच्चे की ग्रस्त होने की सूचना मिलेगी, तत्काल उसे अस्पताल में भर्ती कर उचित इलाज किया जायेगा।  

गौरतलब है कि इस बीमारी के कहर को देखते हुए बुधवार और गुरुवार को सात सदस्यीयकेंद्रीय जांच टीममुजफ्फरपुर के दौरे पर थी।दो दिनोंतक जांच करने के बाद केन्द्रीय टीम लौट चुकी है। अब सबकी नजरें इस टीम की रिपोर्ट पर लगी हुई हैं कि कौन से कारण हैं जो इन इलाकों में ही ये बीमारी हो रही है और इसका निदान क्या है।

बता दें कि प्रदेश के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और शिवहर जिले में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम यानिएईएस का कहरलगातार जारी है। सरकारी आंकड़े इस अबतक 55 बच्चों की मौत इस बीमारी से बताई जा रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि जानलेवा बीमारी से अबतक 60 बच्चों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में आठ और बच्चों ने दम तोड़ दिया है।वहीं, 23 नये बच्चे मुजफ्फरपुर के SKMCH और केजरीवाल अस्पताल में भर्ती किए गए हैं। जबकि कई बच्चे पहले से अस्पताल में भर्ती हैं।

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