बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बजट निराशाजनक और राज्य की जनता के लिए छलावा है : बाबूलाल मरांडी

बजट निराशाजनक और राज्य की जनता के लिए छलावा है : बाबूलाल मरांडी

RANCHI : भाजपा विधायक दल के नेता एवं राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार के द्वारा आज विधानसभा में प्रस्तुत किये गए बजट को पूर्णतः निराशाजनक एवं प्रदेश की जनता के लिये छलावा मात्र बताया है. मरांडी ने कहा कि यह बजट गांव, गरीब, किसान, मज़दूर, युवा, बेरोजगार सबको निराश करने वाला बजट है. उन्होंने कहा की राज्य की जनता का इससे कुछ भी भला होने वाला नही है. 

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस बजट में न तो गरीबी दूर करने की दिशा में कोई प्रयास दिखाई पड़ता है और न ही मज़दूरों के मज़दूरी बढ़ाने पर विचार किया गया है, गरीबों, आदिवासियों के कल्याण की बात करने वाली सरकार ने मनरेगा के कार्य दिवस और मजदूरी की राशि बढ़ाने की दिशा में भी प्रयास नहीं किये. आज गांव से मजदूरी करने आये मजदूर काम के अभाव में वापस लौट जातें हैं. जिसमे सर्वाधिक संख्या में दलित, आदिवासी समाज के ही लोग रहते हैं. सरकार कुछ नही तो मनरेगा की मजदूरी ही 300 रुपये बढ़ाकर कर देती तो गरीबों की आय में बड़ी वृद्धि होती. सरकार ने अपने आर्थिक सर्वेक्षण को आधार माना होता तो गरीबों की आय बढ़ाने की दिशा में सार्थक प्रावधान करती. लेकिन सरकार की सोच गरीबों के लिये नही है. 

उन्होंने कहा कि सरकार की ऋण माफी की घोषणा भी धोखा है. इसे श्रेणी और दायरों में सीमित करके लाखों किसानों को धोखा दिया गया है. इसके अतिरिक्त हेमंत सरकार रघुवर सरकार द्वारा चलाई गई कृषि आशीर्वाद योजना, पंप सेट वितरण योजना को बंद करने की घोषणा करके उनके उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. 

इस बजट ने युवाओं, बेरोजगारों को सर्वाधिक निराश किया है. युवा बेरोजगार चुनावी वायदों के अनुरूप बेरोजगारी भत्ता की आशा कर रहे थे. लेकिन उसे भी सीमाबद्ध कर मात्र खाना पूर्ति ही की गई है. पारा शिक्षकों को भी वेतनमान की घोषणा नही करने से वे पूरी तरह छला महसूस कर रहे हैं. मरांडी ने कहा कि कृषि प्रधान देश मे कृषि रोजगार का सबसे बड़ा क्षेत्र है. इसके बावजूद सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिये मात्र 3 हजार करोड़ का प्रावधान करके किसानों को हताश किया है. 

उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा सरकार की प्राथमिकता में नही है. छात्राओं की तकनीकी शिक्षा के लिये मात्र 10  करोड़ का प्रावधान कोई मायने नही रखता. यह केवल आंखों में धूल झोंकने जैसा है. 

वहीँ मरांडी ने कहा कि आधारभूत संरचना पर भी यह सरकार गंभीर नही है. ग्रामीण सड़क, ग्राम सेतु योजना, उच्च पथ निर्माण की दिशा में किये गए प्रावधान भी निराशाजनक है. 

उधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि बजट में सरकार के लोगों की अनुभवहीनता एवं विकास विरोधी सोच स्पष्ट झलक रही है. प्रकाश ने कहा कि इस बजट से विकास की रफ्तार धीमी होगी. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को झटका लगेगा. किसान, मजदूर, युवा, बेरोजगार सभी निराश हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह सरकार ने सिर्फ वोट के लिये लंबी घोषणाओं का जाल बिछाया. इसकी पोल आज पूरी तरह खुल चुकी है. 

रांची से कुंदन की रिपोर्ट 


Suggested News