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बजट सत्र आरंभ : अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति ने बताई सरकार की उपलब्धियां, वैक्सीनेशन को माना सबसे बड़ी कामयाबी

बजट सत्र आरंभ : अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति ने बताई सरकार की उपलब्धियां, वैक्सीनेशन को माना सबसे बड़ी कामयाबी

NEW DELHI : संसद भवन ने आज से बजट सत्र का आरंभ हो गया। परंपरा के अनुसार सत्र का आरंभ दोनों सदनों के सदस्यों के सामने राष्ट्रपति के अभिभाषण से किया गया। अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति कोविंद ने  भारत की आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में बारे में बताया। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में  कोरोना काल में हो रहे वैक्सीनेशन, प्रधानमंत्री अन्न कल्याण गरीब योजना, प्रधानमंत्री कृषि योजना समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की। 

स्वाधिनता सेनानियों को किया याद

मैं देश के उन लाखों स्वाधीनता सेनानियों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने कर्तव्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और भारत को उसके अधिकार दिलाए। आजादी के इन 75 वर्षों में देश की विकास यात्रा में अपना योगदान देने वाले सभी महानुभावों का भी मैं श्रद्धापूर्वक स्मरण करता हूं।

वैक्सीनेशन में शीर्ष पर भारत

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है. भारत सबसे अधिक वैक्सीन देने वालों देश में शामिल हो गया है. हर घर दस्तक अभियान से वैक्सीनेशन अभियान में तेजी आई है. कोरोना वैक्सीन से देश को कोरोना कवच मिला. उन्होंने कहा कि तात्कालिक चुनौतियों के लिए सीमित नहीं है, दूरगामी उद्देश्य को पूरा करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं. देश में स्वास्थ्य सेवाएं जनसाधारण तक पहुंच रही हैं. 

फॉर्मा सेक्टर में हो रहा तेजी से विकास

इस दौरान राष्ट्रपति ने आयुष्मान कार्ड से लोगों को मिल रही मदद का जिक्र किया. उन्होंने कहा 8000 से अधिक जन औषधि केंद्र से भी लोगों को राहत मिल रही है. भारतीय फॉर्मा कंपनियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अब भारत के फॉर्मा कंपनियों के उत्पाद 180 क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं. 2014 में देश में 6600 करोड़ का फॉर्मा प्रोडक्ट का निर्यात होता था, अब 11000 करोड़ रुपये हो गया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि पीएलआई स्कीम से इस सेक्टर को और विस्तार मिलेगा।


ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए किए कार्य की तारीफ

राष्ट्रपति ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए सरकार की ओर से किए गए प्रयासों की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि पिछले साल किसानों ने 30 करोड़ टन से अधिक खाद्यान्न और 33 करोड़ बागवानी प्रोडक्ट का उत्पादन किया। इसलिए सरकार ने भी रेकॉर्ड स्तर पर खरीदारी की. 2020-21 में फसल और खाद्यान्नों के निर्यात में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, अब यह 3 लाख करोड़ तक पहुंच गया है. इसके अलावा भारत में पिछले साल 125000 मीट्रिक टन शहद उत्पादन भी किया और इसके निर्यात में 102 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।

रेलवे से किसानों को हुआ लाभ

रेलवे की क्षमताओं पर राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना काल में भारतीय रेल ने दूध और सब्जियों की ढुलाई के लिए 150 मार्गों पर 1900 ट्रेनें चलाई. इसके जरिये 6 लाख टन कृषि उत्पादों का ढुलाई की गई. छोटे किसानों को श्रेय देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि किसान प्रधानमंत्री कृषि योजना के तहत 1 करोड़ किसान परिवार को 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपये दिए गए।

80 करोड़ लोगों को मिल रहा है मुफ्त अनाज

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि कोरोना में बड़े संकट में खाद्यान्न की कमी और भूख की समस्या से निपटने के लिए प्रधानमंत्री अन्न कल्याण गरीब योजना के 80 करोड़ लाभार्थियों को मुफ्त अनाज दिए गए. यह स्कीम मार्च 2022 तक बढ़ाया गई है। 

इस दौरान प्रेसिडेंट कोविंद ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि इसमें 2900 करोड़ की धनराशि जारी की गई है। ई-श्रम पोर्टल से 23 करोड़ से अधिक लोग जुड़ चुके हैं. जनधन आधार मोबाइल के कारण 44 करोड़ों के अकाउंट में पैसा सुरक्षित पहुंचाया गया है। देश में यूपीआई के बढ़ते चलन पर उन्होंने कहा कि पिछले फाइनेशियल ईयर में 8 लाख करोड़ का लेन-देन यूपीआई के जरिये किया गया।

2 करोड़ लोगों का मिला अपना घर

राष्ट्रपति कोविंद ने प्रधानमंत्री आवास योजना को सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि अब तक 2 करोड़ से अधिक पक्के घर गरीबों को मिले हैं और 1 करोड़ 17 लाख रुपये ग्रामीण क्षेत्रों में घर के लिए दिए जा रहे है. हर घर जल के तहत 6 करोड़ ग्रामीण घरों को नल से जोड़ा गया है. संपत्ति का स्वामित्व योजना के तहत 40 हजार से अधिक प्रॉपर्टी कार्ड जारी किए गए हैं।

बाबा साहब का भी किया जिक्र

बाबा साहेब आंबेडकर को याद करते हुए राष्ट्रपति ने अंत्योदय और पद्म पुरस्कारों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की मंशा के अनुरुप समता और भाईचारे पर आधारित प्रजातंत्र पर काम किया जा रहा है. पद्म पुरस्कारों के चयन में यह भावना झलकती है।


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