पटना. बिहार में बसों का किराया बढ़ गया है. बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने करीब तीन साल के बाद राज्य परिवहन की बसों के किराये में भारी बढ़ोत्तरी की है जो बुधवार यानी 15 दिसम्बर से लागू हो गया है. नई दरें लागू होने के बाद से बसों का किराया 18 से 20 फीसदी तक ज्यादा हो गया.
बसों के किराए में हुई वृद्धि नन एसी, एसी और डीलक्स सहित सभी टाइप के बसों पर लागू हुआ है. निगम का कहना है कि इसके पूर्व वर्ष 2018 में किराए में वृद्धि हुई थी, पिछले तीन सालों में परिवहन एवं संचालन लागत में काफी बढ़ोत्तरी हो गई है जिस कारण किराया बढ़ाना जरूरी हो गया था. निगम पर लगातार बढती देनदारी को नियंत्रित रखने के लिए बसों का किराया बढ़ाया गया है. पटना से इस समय जिन 13 जिलों के लिए बसों का किराया बढ़ाया गया है उसमें बिहारशरीफ, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, नवादा आदि शामिल हैं.
पटना से बिहारशरीफ और मुजफ्फरपुर आने और जाने वाले यात्रियों को पहले 90 रुपए किराया देना होता था जो अब 116 रुपए रुपए हो गया है. नई दरों में पटना से नवादा के लिए 112 रुपए की जगह 165 रुपए, पटना से बेतिया एसी बस का किराया 297 रुपए से बढ़ाकर 350 रुपए, पटना से औरंगाबाद का किराया 194 रुपये से बढ़कर 222 रुपए हो गया है.
बसों के किराए में हुई बढ़ोतरी के कारण महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों की जेब ढीली होनी तय है. चाहे नॉन एसी हो या एसी हर प्रकार की बसों में सफर करना महंगा होने से लोग अब रेल और बस किराए में तुलना के उपरांत यात्रा विकल्पों पर विचार कर सकते हैं.
नए किराए में पटना से समस्तीपुर डीलक्स बस का किराया 155 रुपए, पटना से छपरा का किराया 116 रुपए, पटना से बक्सर का किराया 193 रुपए, पटना बाल्मीकि नगर एसी बस का किराया 451 रुपए, पटना-राजगीर एसी बस का नया किराया 193 रुपए कर दिया गया है. इन जगहों के किराए में करीब 20 से 26 रुपए की बढ़ोतरी हुई है. वहीं पटना-दरभंगा का किराया 136 रुपए से बढ़कर 193 रुपए हो गया है. पटना पूर्णिया एसी बस का किराया 468 रुपए लगेगा जो पहले 410 रुपए था. वहीं पटना-कटिहार एसी बस का किराया अब 468 रुपये लगेगा जो पहले 420 रुपए था.