पटना : छत्तीसगढ़ के अगवा कारोबारी प्रवीण सोमानी को अपहर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया गया है. बिहार एसटीएफ और रायपुर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के पास से उन्हें सकुशल बरामद किया. तीन दिन पहले ही व्यापारी को अगवा करनेवाले गैंग की मौजूदगी उत्तर प्रदेश में मिली थी. इसके बाद रिहाई के लिए चलाए जा रहे अभियान को बिहार के बजाए उत्तर प्रदेश में सीमित कर दिया गया था।
कुख्यात पप्पू गिरोह ने किया था अगवा
प्रवीण सोमानी को अगवा करनेवाले गैंग में बिहार के अपराधियों के शामिल होने की आशंका के बाद रायपुर पुलिस ने बिहार एसटीएफ से सहायोग मांगा. इसके बाद वैशाली के विद्युपर निवासी शातिर पप्पू चौधरी का नाम सामने आया.
एसटीएफ ने वैशाली, नालंदा और पटना के कई इलाकों में छापेमारी की और उसके गैंग से ताल्लुकात रखनेवाले 4-5 बदमाशों को उठाया. पप्पू का नाम पहले भी बड़े उद्योगपति हनीफ हिंगोरा के बेटे सोहेल हिंगोरा के अपहरण में आया था. तहकीकात के दौरान अगवा कारोबारी को उत्तर प्रदेश का अम्बेडकर नगर में रखने की बात सामने आई
10 करोड़ की मांगी गई थी फिरौती
प्रवीण सोमानी रायपुर में रहते हैं और उनका स्टील का कारोबार है. 8 जनवरी को उन्हें रायपुर से ही अगवा किया था. कारोबारी के रिहाई के लिए 10 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी.अपहर्ताओं ने परिजनों से करोड़ों की फिरौती मांगी थी। सूत्रों के मुताबिक कारोबारी को अगवा करनेवाले गैंग पप्पू चौधरी की संलिप्तता की बात पुख्ता तौर पर सामने आ रही है. इसमें कौन कौन लोग शामिल हैं इस बाबत तहकीकात की जा रही है. जल्द ही सच्चाई सामने आ सकती है.