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बिहार विस की 2 सीटों पर उपचुनावः क्या करेंगे चिराग? उम्मीदवार उतारने का ऐलान तो कर दिया पर 'बंगला' पर बवाल तो जारी है...

बिहार विस की 2 सीटों पर उपचुनावः क्या करेंगे चिराग? उम्मीदवार उतारने का ऐलान तो कर दिया पर 'बंगला' पर बवाल तो जारी है...

PATNA: बिहार में विधानसभा की दो सीटों पर चुनाव होने हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने आज उपचुनाव की तिथि की घोषणा कर दी है। दो सीटों के लिए 30 अक्‍टूबर को मतदान कराए जायेंगे। काउंटिग 2 नवंबर को होगा। दोनों सीट जेडीयू कोटे की है। विधायकों के निधन से कुशेश्‍वरस्‍थान और तारापुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। उपचुनाव की अधिसूचना एक अक्‍टूबर को जारी होगा। यानी उसी दिन से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। नामांकन की अ‍ंंतिम तिथि आठ अक्‍टूबर तय की गई है। चुनाव की घोषणा होते हीं सभी राजनीतिक दल तैयारी में जुट गये हैं। लोजपा एक ऐसी पार्टी है जिसके चुनाव चिन्ह(बंगला) को लेकर चाचा-भतीजा में ही जंग जारी है। 

एनडीए में दोनों सीट पर जेडीयू के होंगे उम्मीदवार 

भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का आज मंगलवार को ऐलान किया है। 1-8 अक्टूब तक नामांकन और नामांकन पत्रों की संवीक्षा 11 अक्‍टूबर को की जाएगी। नाम वापसी लेने की तिथि 16 अक्‍टूबर निर्धारित की गई है। मतों की गिनती दो नवंबर को होगी। चूंकि दोनों सीट जेडीयू विधायक के निधन से खाली हुई है। लिहाजा एनडीए में सीट को लेकर कोई विवाद नहीं है। महागठबंध में कांग्रेस और राजद के बीच कुशेश्वरस्थान सीट को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश कर राजद की चिंता बढ़ा दी है। वहीं राजद इस बार दोनों सीट पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। लेकिन कांग्रेस 2020 विस चुनाव का हवाला देते हुए एक बार फिर से उस सीट पर अपनी दावेदारी जताई है। वही हाल लोजपा का भी है। चिराग पासवान ने दोनों सीट पर चुनाव लड़ने का ऐलान तो कर दिया है कि चुनाव चिन्ह बंगला रहेगा या नहीं इस पर अब तक अँतिम निर्णय नहीं हो सका है। 

बंगला चुनाव चिन्ह पर चाचा-भतीजा में जंग

अब लोजपा की बात कर लेते हैं। लोजपा में चुनाव चिन्ह को लेकर चाचा-भतीजा के बीच जंग जारी है। चुनाव चिन्ह बंगला किसका है इस पर ही विवाद है। मामला चुनाव आयोग में है। लेकिन आयोग ने अब तक उस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। इधऱ, चिराग पासवान भले ही दोनों सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हों लेकिन अभी तक बंगला को लेकर स्थिति ही स्पष्ट नहीं है। चिराग पासवान ने भले ही दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा की हो लेकिन बंगला चुनाव चिन्ह साथ रहेगा अथवा नहीं इस पर अभी तक संशय बरकरार है। 

चुनाव आयोग से अपील 

पिछली बार विधानसभा चुनाव में दोनों सीटों पर लोजपा के उम्मीदवार थे। चिराग ने इस बार भी दोनों सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इसलिए चिराग ने नामांकन शुरू होने से पहले लोजपा के चुनाव चिह्न पर आयोग से स्थिति स्पष्ट करने का अनुरोध किया है। लोजपा (चिराग गुट) के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एके बाजपेयी ने बताया कि पशुपति पारस गुट ने सिंबल का कोई दावा चुनाव आयोग में नहीं किया है। उन्होंने 2-3 पत्र भेजे थे जिसमें कहा गया था कि उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। इस पर चुनाव आयोग ने कमेंट्स मांगे थे। चिराग पासवान ने पांचों सांसदों को दल से निकाल दिया था। आज भी संविधानिक रूप से चिराग पासवान ही राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। अभी इस बात का बेसब्री से इंतजार है कि बंगला पर चुनाव आयोग का फैसला किसके पक्ष में आता है। चुनाव आयोग के फैसले से ही असली लोजपा की पहचान होगी। 

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