MUZAFFARPUR : मुज़फ़्फ़रपुर आई हॉस्पिटल मोतियाबिंद ऑपरेशन मामले में अब तिरहुत के कमिश्नर मिहिर कुमार, जिलाधिकारी प्रणव कुमार, सिविल सर्जन डॉ विनय शर्मा, डॉ सुभाष प्रसाद सिंह, अंधापन निवारण पदाधिकारी डॉ एनडी साहू सहित 23 लोगों के खिलाफ परिवाद दायर किया गया है। वहीँ आई हॉस्पिटल प्रबंधक के खिलाफ भी परिवाद दायर किया गया है। CJM कोर्ट में परिवादी चंद्र किशोर पराशर ने परिवाद दायर किया है। इस मामले में अस्पताल प्रबंधक राजकुमार केडिया, उपाध्यक्ष- जयप्रकाश अग्रवाल, सचिव- दिलीप कुमार तुलस्थान, संयुक्त सचिव- श्याम सुंदर भीमसेरिया, सचिव,प्रबंधन समिति- दिलीप जालान, आलोक संगनेरिया, विजय कुमार ठाकुर, डॉ एनडी साहू, सहित 23 लोगों के खिलाफ परिवाद दायर किया गया है। परिवादी चन्द्र किशोर पराशर ने बताया कि उपरोक्त आरोपियों पर धारा- 323, 341,504, 406, 420, 325, 307/34 लगाया गया है। इस मामले में अगली सुनवाई 13 दिसम्बर को होगी।
गौरतलब है की मोतियाबिंद के ऑपरेशन में आपराधिक लापवाही ने मुजफ्फरपुर में दर्जनों लोगों के आंख की रौशनी छीन ली और 17 लोगों के बह चुके आंख को निकालना प़ड़ा। मुजफ्फरपुर आई हॉस्पीटल की इस करतूत पर देश भर में सनसनी फैल गयी और इसे आंखफोड़वा कांड बताया जा रहा है। इस मामले में सरकार की ओर से बड़ी कार्रवाई की गयी है। प्रशासन ने मुजफ्फरपुर आई हॉस्पीटल को सील कर दिया है।
मुजफ्फरपुर के चर्चित ऑंखफोड़वा कांड में बड़ी कार्रवाई की गयी है। जिला प्रशासन और पुलिस की टीम जुरन छपरा स्थित मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल को सील कर दिया है। शनिवार की दोपहर पुलिस और प्रशासन की टीम आई हॉस्पीटल में पहुंची। पुलिस के साथ मजिस्ट्रेट को भी तैनात किया गया था। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में हॉस्पिटल के ऑपरेशन थिएयर, दवा दुकान और कार्यालय को सील कर दिया गया।
मुजफ्फरपुर से अरविन्द अकेला की रिपोर्ट