बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बोचहां विधानसभा में जाति की राजनीति शुरू, पासवान वोटरों को गोलबंद करने के लिए चिराग के दर पर भाजपा

बोचहां विधानसभा में जाति की राजनीति शुरू, पासवान वोटरों को गोलबंद करने के लिए चिराग के दर पर भाजपा

पटना. बोचहां विधानसभा उपचुनाव बिहार के राजनीतिक दलों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है. पहले तो उम्मीदवारों को तय करने के नाम पर भाजपा, राजद, वीआईपी में सिर-फुटौव्वल देखने को मिला और अब तीनों ही दल चुनावी जीत हासिल करने के लिए अपनी रणनीति को बनाने में जुट गए हैं. खासकर जातीय गोलबंदी के लिए जोर आजमाइश शुरू हो गई है. 

मंगलवार को भाजपा सांसद अजय निषाद ने दिल्ली में लोजपा नेता चिराग पासवान से मुलाकात की. हालांकि इस मुलाकात के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं किया लेकिन माना जा रहा है कि बोचहां में पासवान वोटरों पर भाजपा की नजर है. बोचहां विधानसभा में जातीय समीकरण बेहद अहम है. इस सीट पर मुस्लिम, यादव और भूमिहार मतदाता निर्णायक संख्या में हैं. इसके बाद पासवान, रविदास और कोइरी जातियां आती हैं. करीब 3 लाख मतदाताओं वाले बोचहां में अगर पासवान जाति का साथ भाजपा को मिलता है तो यह भाजपा उम्मीदवार की चुनावी जीत तय करने में अहम भूमिका निभाएगा. माना जा रहा है कि पासवान वोटरों को भाजपा के लिए गोलबंद करने के मकसद से ही अजय निषाद ने चिराग पासवान से मुलाकात की है.


2020 में मुकेश सहनी की वीआईपी से मुसाफिर पासवान चुनाव जीते थे. लेकिन इस बार वीआईपी से भाजपा ने सीट छीन ली और बेबी कुमारी को उम्मीदवार बनाया है. सोमवार को दिन भर चले उठापटक के बाद दिवंगत विधायक मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान ने अंतिम मौके पर मुकेश सहनी को झटका देते हुए राजद का दामन थाम लिया. अमर अब राजद की लालटेन जलाने के लिए बोचहां में उतरे हैं. वहीं राजद से टिकट न मिलने पर नाराज रमई राम ने मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी का दामन थाम लिया. 1980 से 2015 तक बोचहां से विधायक रहे रमई राम की बेटी डॉ गीता कुमारी को मुकेश सहनी ने उम्मीदवार बनाया है. 

जातीय रूप से अमर पासवान और चिराग पासवान की जाति एक ही है. हालांकि बिहार में अब तक रामविलास पासवान को पासवान जाति का नेता माना जाता रहा और अब उनके बेटे चिराग खुद को पासवान का नेता बताते हैं. ऐसे में अगर बोचहां में पासवान जाति के वोटर भाजपा के लिए गोलबंद होते हैं तो इससे बेबी कुमारी की राह आसान हो जाएगी. साथ ही राजद ने जिस यादव-मुस्लिम और पासवान गठजोड़ के हिसाब से अमर पासवान को टिकट दिया है उसमें भी सेंधमारी होगी. माना जा रहा है कि अजय निषाद ने चिराग से मिलकर बोचहां में पासवान जाति को भाजपा के पक्ष में लाने की बात की है. बोचहां में पासवान जाति के वोटर निर्णायक भूमिका अदा कर सकते हैं. 


Suggested News