DESK हाथरस केस में सीबीआई आज एक बार फिर पीड़ित परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर सकती है. परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए जा सकते हैं. खासतौर से पीड़िता की भाभी और मां से पूछताछ हो सकती है. वहीं, आरोपियों को रिमांड पर लेकर या जेल में ही उनसे पूछताछ के लिए सीबीआई कोर्ट में याचिका दायर कर सकती है. साथ ही जांच एजेंसी हाथरस केस से जुड़े उन सभी लोगों को समन भेजेगी, जिनका जि़क्र इस मामले में कभी न कभी हुआ है. गौरतलब है कि पीड़िता के भाई से सीबीआई बुधवार को करीब 7 घंटे तक पूछताछ की थी. सीबीआई लगातार पूछताछ कर रही है जल्द ही कोई बड़ी गुत्थी सामने आने की
सीबीआई द्वारा केस से जुड़े सभी लोगों को नोटिस भेजकर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाना, जेल जाकर आरोपियों से पूछताछ करना या उनकी रिमांड लेने के पीछे बस एक मकसद है. जांच एजेंसी यह जानना चाहती है कि आखिर 14 सितम्बर को क्या हुआ था. सीबीआई इस बात की पूरी तरह से तस्दीक करने के लिए एक बार परिवार के सभी सदस्यों को एक साथ बैठा कर क्रॉस एग्जामिनेशन भी कर सकती है. घटना वाले दिन पर सीबीआई इसलिए भी फोकस कर रही है कि घटना के संबंध में पुलिस को दिए गए बयान लगातार बदलते रहे हैं.
सीबीआई मौका-ए-वारदात पर जाकर कर चुकी है छानबीन
सीबीआई की 15 सदस्यीय टीम मंगलवार को छानबीन के सिलसिले में पीड़िता के गांव पहुंची थी. केंद्रीय जांच एजेंसी की फॉरेंसिक टीम चंदपा थाने से घटनास्थल पर पहुंची थी. जांच अधिकारियों ने मौका-ए-वारदात की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई थी. जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय जांच एजेंसी मामले की छानबीन के लिए यहां एक अस्थाई कार्यालय भी बना चुकी है.
सीबीआई टीम के आने से पहले हाथरस पुलिस ने घटनास्थल को अपने घेरे में ले लिया था. मौके पर कई पुलिसवाले मौजूद रहे थे. आम लोगों को घटनास्थल पर नहीं जाने दिया जा रहा था. उन्हें पहले ही रोक दिया जा रहा था. बता दें कि सीबीआई की टीम ने मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर फॉरेंसिक जांच की प्रक्रिया शुरू की थी.