PATNA : मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामले में जांच कर रही सीबीआई टीम को समाज कल्याण विभाग ने कांड से जुड़े सारे कागजात सौंप दिए हैं। गुरुवार को पटना स्थित समाज कल्याण निदेशालय के डायरेक्टर राजकुमार से सीबीआई की टीम ने कांड से जुड़ी बातों की जानकारी ली। बताया जा रहा है कि टीम के अधिकारियों ने डायरेक्टर राजकुमार से लंबी बातचीत की है। साथ ही कई फाइलों व महत्वपूर्ण दस्तावेजों को खंगाला। विभाग के कई कर्मचारियों से लगभग डेढ़ घंटे से ज्यादा देर तक पूछताछ की गयी।
आरोपी ब्रजेश ठाकुर को लेकर प्रधान सचिव का बड़ा बयान
इधर, समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद ने आरोपी ब्रजेश ठाकुर के संदर्भ में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को फांसी जैसी सजा मिलनी चाहिए। यौन शोषण से जुड़े मामले में रिपोर्ट आने के बावजूद कार्रवाई में देरी पर उन्होंने कहा कि रिपोर्ट की कॉपी के प्रिंटिंग में हुई देरी के कारण ही कार्रवाई में देरी हुई। शुरुआत में किसी को यकीन नहीं था कि मामला इतना गंभीर है। मैं अपनी कमियों को स्वीकार करता हूं। हर लोगों को अपनी कमी स्वीकार करनी चाहिए।
ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ के खिलाफ पहले कोई शिकायत नहीं आयी थी लेकिन अब जिस तरह से मामला सामने आ रहा है, उससे ऐसा लगता है कि हम सब दोषी हैं। ब्रजेश ठाकुर पर एफआईआर होने के बाद उसके एनजीओ को कोई भी वर्क ऑर्डर नहीं दिया गया है। जिला के अफसरों को एनजीओ के परिसरों को चेक करने के लिए पत्र जारी किया गया है।
30 एनजीओ ब्लैकलिस्टेड
इधर, खबर है कि बालिका गृह कांड के आरोपी ब्रजेश ठाकुर के 30 संस्थाओं को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कार्रवाई की है। सभी ब्लैकलिस्टेड संस्थाओं के फंड को रोक दिया गया है। बता दें कि बिहार स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी से भी आरोपी ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ को करोड़ों रुपयों का फंड मिलता था, जिसे अब रोक दिया गया है।
बता दें कि बुधवार को भी सीबीआई की टीम समाज कल्याण विभाग के पटना दफ्तर में पहुंचकर छानबीन की थी। साथ ही टीम में शामिल अधिकारियों ने समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद से भी मुलाकात की थी। इस मामले में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के अलावा मुजफ्फरपुर के साहू रोड में स्थित बालिका आश्रय गृह के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी आरोपी बनाया गया है। मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड में 42 बच्चियों में से अब तक 34 बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई।