MOTIHARI: मोतिहारी के चकिया में अपराधियों ने 25 मई को स्वर्ण व्यवसाई की गोली मारकर बड़ी लूट की वारदात को अंजाम दिया था। अपराधियों ने 7 किलो सोना एवं 50 किलो चांदी के जेवरात लूटे थे. लूट की वारदात को चकिया के शातिरों ने लाइनर की भूमिका अदा की थी। इसमें एक जिला परिषद सदस्य पति के बॉडीगार्ड के साथी शामिल थे। पुलिस ने इस घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि सात किलो सोना में महज 700 ग्राम सोना व 50 किलो चांदी में 2.80 किलो चांदी की ही बरामदगी हो सकी है।यानी कुल लूट का 10 फीसदी गहना भी पुलिस बरामद करने में अब तक विफल रही है। हालांकि पुलिस का दावा है कि इस केस का खुलासा कर लिया गया है।
मोतिहारी एसपी ने आज प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि घटना के बाद एसआईटी का गठन किया गया। 7 किलो सोना में 703 ग्राम सोना की बरामदगी हुई है. वहीं 50 किलो सोना में 2 किलो 830 ग्राम चांदी के आभूषण बरामद किए गए हैं. जबकि 1 किलो चरस, एक पिस्टल और पांच जिंदा कारतूस मिला है. मोतिहारी एसपी ने आज खुलासा का दावा किया है. वहीं चार अपराधियों के गिरफ्तारी की बात कही है.मोतिहारी एसपी ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई कि घटना में 10 अपराधी शामिल थे. जिसमें 6 कार से आए थे और दो बाइक से. दो अपराधी लाइनर की भूमिका में थे. सभी अपराधियों की पहचान की जा चुकी है. पकड़े गए अपराधियों में राम बहादुर सहनी, उपेंद्र यादव, विवेक कुमार, पंकज कुमार और शंभू यादव शामिल हैं. पुलिस ने बताया है कि सोना एवं चांदी के जेवरातों को मुजफ्फरपुर के साहिबगंज के अहियापुर गांव से बरामद किया गया है. पुलिस ने बताया कि लूट की योजना चकिया के अपराधियों के इशारे पर मुजफ्फरपुर एवं केसरिया के रहने वाले पेशेवर अपराधियों द्वारा बनाई गई थी है.
जानकारी के अनुसार इस घटना में इलाके के एक पंचायत प्रतिनिधि के पति के बॉडीगार्ड के साथियों ने अंजाम दिलाया है। पकड़े गये विवेक कुमार बॉडीगार्ड का साथी बताया जाता है। इन सभी लोगों ने मिलकर डकैती की घटना को अंजाम दिलाया है। ये सबी मिलकर अपराधिक गैंग का संचालन करते हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि जांच आगे जारी है। अब देखना है कि इस घटना में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी और बाकी बचे 90 फीसदी गहनों पर पुलिस कब बरामद कर पाती है।