बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

कहीं छपरा सीट को लेकर तो नहीं फंस गया ससुर और दामाद के बीच पेंच,पढ़िए इनसाइड स्टोरी

कहीं छपरा सीट को लेकर तो नहीं फंस गया ससुर और दामाद के बीच पेंच,पढ़िए इनसाइड स्टोरी

पटना: जब से तेजप्रताप ऐश्वर्या के तालाक की खबर सामने आई हैं, उसके बाद से छपरा लोकसभा सीट को लेकर Rjd में पेंच फंस गया है. बिहार की राजनीति के दिग्गज लालू यादव की परेशानी से भी पूरा देश अवगत है. एक तरफ पूरा परिवार दबाव बनाने में जुटा है कि तेज प्रताप से तलाक की अर्जी वापस कराई जाए.  वहीं दूसरी तरफ तेजप्रताप पटना से लेकर रांची तक जहां भी जा रहे हैं मीडिया  से यही कह रहे हैं कि वो अब अपने फैसले से पीछे नहीं हटने वाले हैं. उनका फैसला अड़िग है.

विवाद की जड़ में छपरा लोकसभा सीट 

तेजप्रताप और ऐश्वर्या के बीच विवाद को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं. लेकिन अंदरखाने की माने तो छपरा लोकसभा सीट इस विवाद के जड़ में है.खबरों की माने तो ऐश्वर्या छपरा लोकसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगी. तेजप्रताप या राबड़ी को लेकर कुछ फिक्स नहीं है.लेकिन आरजेडी के एक खेमे ने छपरा से ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय का नाम उछाल की बात कही जा रही है.छपरा से चंद्रिका राय का नाम आना भी तेजप्रताप ऐश्वर्या के बीच विवाद में एक अहम कड़ी के रुप में माना जा रहा है.

1977 से छपरा सीट मतलब लालू परिवार 

साल 1977 में पहली बार लालू यादव ने इस सीट पर कब्जा किया था.  तब से उनकी सहमति से उनका परिवार या उनका करीबी ही इस सीट पर चुनाव लड़ता रहा है. खबरों की माने तो ऐश्वर्या राय ने अपने पिता को चुनाव लड़वाने का दबाव पति तेज प्रताप यादव पर बना रही थी. तेज प्रताप ने यह जानते हुए कि एक साल के अंदर तलाक नहीं हो सकता, जानबूझकर 6 महीने के बाद ही तलाक की अर्जी दायर की.  उन्हें पता है कि उनकी इस अर्जी पर कोई सुनवाई नहीं होगी और इस पूरे विवाद में चन्द्रिका राय का लोकसभा सीट के लिए अंदरखाने से जारी दबाव भी ख़त्म हो जायेगा. 

Suggested News