CHAPRA : छपरा शहर स्थित व्यवहार न्यायालय के तालाब में शुक्रवार की देर शाम उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक महिला ने अचानक ही तालाब में छलांग लगा दी। उसी क्रम में व्यवहार न्यायालय के क्वार्टर से कुछ महिलाओं ने उसे छलांग लगाते हुए देखा और उनके द्वारा शोर मचाया गया। शोर सुनकर कोर्ट परिसर स्थित चाय वाले कुछ लड़के दौड़कर तालाब के पास पहुंचे और डंडे के सहारे महिला को किसी तरह बचाया। जिसके बाद व्यवहार न्यायालय के नाजिर के द्वारा इस बात की सूचना टाउन थानाध्यक्ष को दी गई। सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस कोर्ट परिसर पहुंची और उस महिला को हिरासत में ले लिया। जिसके बाद जांच के लिए उसे छपरा सदर अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के बाद पुलिस उसे थाने ले गई। जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
छपरा नगर निगम के सफाई सुपरवाइजर की है पत्नी
छपरा व्यवहार न्यायालय के तालाब में छलांग लगाने वाली महिला छपरा शहर के नगर थाना अंतर्गत कटहरी बाग गिरी टोला निवासी विकास कुमार गिरी की 25 वर्षीय पत्नी निशा देवी बताई गई है। विकास एनजीओ के माध्यम से छपरा नगर निगम में सफाई सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत बताया गया है। निशा देवी मूल रूप से रसूलपुर थाना क्षेत्र के चैनवा गांव की रहने वाली है। जिसकी शादी करीब तीन-चार वर्ष पूर्व कटहरी बाग के गिरी टोला निवासी स्वर्गीय अशोक गिरी के पुत्र विकास गिरी के साथ हुई थी। शादी के बाद दोनों ने एक बच्ची को जन्म दिया। जिसके बाद से पति-पत्नी के बीच तनाव बढ़ा और ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया था।
अवसाद में महिला ने लगाई थी तालाब में छलांग
विदित हो कि उक्त महिला संध्या से ही कोर्ट परिसर स्थित तालाब के समीप उपस्थित थी। वह कभी मंदिर तो कभी आसपास टहल रही थी। देर शाम होने के बाद जैसे ही कोर्ट परिसर में अंधेरा छाया और आवागमन बंद हुआ तो उस महिला ने अचानक तालाब में छलांग लगा दिया। इस घटना को कोर्ट परिसर स्थित क्वार्टर में मौजूद महिलाओं ने देखा और शोर मचाया।
महिला ने बनाया बहाना
इतनी देर में वहां कोर्ट के नजीर भी पहुंच गये और चाय वालों ने उस महिला महिला को किसी तरह बचाया। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद उस महिला ने आत्म हत्या की बात से इनकार करते हुए अपना बयान बदलने लगी। उसने कहा कि वह पैर धोने के लिए तालाब में गई थी और फिसल कर गिर गई।
छपरा से शशि सिंह की रिपोर्ट